बड़ी खबर : डिप्रेशन में थे जॉइंट डायरेक्टर श्रीवास्तव.. आठ माह से नहीं मिला था वेतन.. नागपुर में की खुदखुशी

रायपुर। छत्तीसगढ़ कोष, लेखा एवं पेंशन विभाग के संयुक्त संचालक राजेश श्रीवास्तव की लाश संदिग्ध परिस्थितियों में नागपुर के एक लॉज में मिलने के बाद मामले में जांच शुरू हो चुकी है। उन्हें अंतिम बार 1 मार्च 2021 को मंत्रालय में देखा गया था। जिसका सीसीटीवी फूटेज पुलिस ने निकाल लिया है। सवाल यह है कि श्रीवास्तव ने खुदकुशी क्यों की है? इस मामले में परिजनों का कहना है कि वे डिप्रेशन और डायबिटीज के मरीज थे। पिछले 8 महीने से वेतन नहीं मिलने से परेशान रहते थे।

जून 2020 में ट्रांसफर पर आये थे रायपुर

राजेश श्रीवास्तव लंबे समय से बिलासपुर में संयुक्त संचालक थे। 2019 में उन्हें प्रतिनियुक्ति पर अटल विहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय बिलासपुर भेजने का आदेश जारी हुआ। श्रीवास्तव ने उच्च न्यायालय में इस आदेश को चुनौती दी। उनका कहना था, प्रतिनियुक्ति पर भेजने से पहले उनकी सहमति नहीं ली गई थी। उच्च न्यायालय ने इसपर स्थगन दे दिया था। जून 2020 में विभाग ने श्रीवास्तव का तबादला संचालनालय कोष, लेखा एवं पेंशन में कर दिया।

कर्मचारी संगठनों में नाराजगी, जांच की मांग की

राजेश श्रीवास्तव की मौत के बाद कर्मचारी संगठनों में भी आक्रोश है। छत्तीसगढ़ प्रदेश तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ के प्रांतीय अध्यक्ष विजय कुमार झा एवं जिला शाखा अध्यक्ष इदरीश खान ने इस घटना की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है। दोनों नेताओं ने कहा, इस घटना से साफ हो गया है कि मंत्रालय के कर्मचारी असुरक्षित हैं।

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