सुप्रीम कोर्ट के रोक का कोई फायदा नहीं_ किसान, हल चाहते हैं तो कमेटी के सामने पेश हों- सुप्रीमकोर्ट

नई दिल्ली 12 जनवरी। केंद्र के नए कृषि कानूनों (Farm Laws) को वापस लेने की मांग पर अड़े किसानों का आंदोलन 48वें दिन भी जारी है। पंजाब, हरियाणा समेत कई राज्यों के किसान बड़ी संख्या में दिल्ली की सरहदों पर डेरा डाले हुए हैं। इस बीच सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र की मोदी सरकार को बड़ा झटका देते हुए अगले आदेश तक तीनों कृषि कानूनों को लागू करने पर रोक लगाई है। सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले पर प्रदर्शनकारी किसान ने प्रतिक्रिया दी है।

सिंघु बॉर्डर से एक किसान ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के रोक का कोई फायदा नहीं है क्योंकि यह सरकार का एक तरीका है कि हमारा आंदोलन बंद हो जाए। यह सुप्रीम कोर्ट का काम नहीं है यह सरकार का काम था, संसद का काम था और संसद इसे वापस ले। जब तक संसद में ये वापस नहीं होंगे हमारा संघर्ष जारी रहेगा।

किसान हल चाहते हैं तो कमेटी के सामने पेश हो- सुप्रीमकोर्ट

न्यायालय ने साथ ही किसान संगठनों से सहयोग मांगते हुए कहा कि कृषि कानूनों पर ‘जो लोग सही में समाधान चाहते हैं, वे समिति के पास जाएंगे’। उसने किसान संगठनों से कहा, ‘यह राजनीति नहीं है। राजनीति और न्यायतंत्र में फर्क है और आपको सहयोग करना ही होगा।’

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