बकायादार कोई और, निगम ने मौजूदा मालिक की दुकान कर दी सील

कोरबा 14 अपै्रल। कई प्रकार के करों का भुगतान नहीं करने पर शहरी क्षेत्र में नगरीय निकाय संपत्तियों को सील करने की कार्रवाई कर रहा है। अब इस अभियान में कई विसंगतियां भी पैदा हो गई हैं। इससे लोगों की परेशानी बढ़ गई है। सूत्रों के अनुसार पिछले बकायादार की गलती के चक्कर में नगर निगम ने दूसरे व्यक्ति की दुकान पर ताला जड़ दिया। जबकि उसने दुकान को बैंक की नीलामी प्रक्रिया में हासिल किया है।

जानकारी के अनुसार इस तरह की कार्रवाई कोरबा के अभिनंदन काम्प्लेक्स से संबंधित एक दुकान में की गई। जनपद पंचायत की पूर्व उपाध्यक्ष कौशिल्या वैष्णव के अनुसार यह दुकान उनके मालिकाने हक में है। उन्होंने पिछले वर्ष बैंक आफ बड़ौदा के द्वारा कलेक्टर कोरबा से अनुमति प्राप्त कर सम्पत्ति को बिक्री हेतु आक्सन में हिस्सा लिया था। उन्होंने खसरा नं 579ध्3 में निर्मित 8 से 19 प्रथम व द्वितीय तल के दुकान को क्रय किया गया है और उसका रजिस्ट्री भी 11 ह्यद्गश्च 2024 को विधि सम्मत कराया है। बैंक आफ बड़ौदा के अधिकारियो के द्वारा इस दुकान का कब्जा दे दिया गया। अब इसी दुकान को शिव अग्रवाल का बताकर नगर निगम संपतिकर बकाया राशी को मांग रहा है।

इस तरह नोटिस किसी के नाम से और भुगतान किसी और से जमा कराना समझ से परे है। वैष्णव का आरोप है कि जोन कार्यालय के द्वारा निगम के कमिश्नर को अंधेरे में रखा गया है। वैष्णव ने आयुक्त को लिखित रूप से इस बारे में जानकारी दी है। कहा गया है कि अगर उनका सम्पतिकर बकाया है तो नोटिस मेरे नाम पर दिया जाये तब राशि का भुगतान किया जाएगा। यदि शिव कुमार अग्रवाल के नाम का नोटिस है तो उनसे या संबंधित बैंक से राशि वसूली किया जाये। वैष्णव ने अपनी दुकान को सील करने की कार्रवाई को विधि विरूद्ध बताते हुए स्थिति बहाल करने की मांग की है। साथ ही कहा गया है कि अगर इस मामले को अनावश्यक मोड़ देने की कोशिश की जाती है तो वे दूसरे विकल्पों का सहारा लेंगी।

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