मोदी को सत्ता से हटाने के लिए राहुल गांधी ने विदेशी ताकतों से हाथ मिला लिया था?

नई दिल्ली। क्या कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गत वर्ष के चुनाव में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को सत्ता से हटाने के लिए विदेशी ताकतों से हाथ मिला लिया था? यह सवाल अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के एक बयान के बाद उठ खड़ा हुआ है।

दरअसल, भारत में विदेशी आर्थिक सहायता से मतदान प्रतिशत बढ़ाने का मुद्दा एक बार फिर सुलग गया जब अमरीकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने इस सहायता को बंद करने के फैसले को उचित बताते हुए पूर्ववर्ती जो बाइडन सरकार को कटघरे में खड़ा किया। ट्रंप ने बुधवार को इंस्टीट्यूशनल फॉरन इनवेस्टर (एफआईआई) सम्मेलन में यह कहकर विवाद बढ़ा दिया कि ‘हमें भारत में मतदान के लिए 2.10 करोड़ अमरीकी डॉलर खर्च करने की क्या जरूरत है? मुझे लगता है कि वे (बाइडन) किसी और को निर्वाचित कराने की कोशिश कर रहे थे।’ ट्रंप के बयान को पहली बार भारत में चुनाव को प्रभावित करने की स्वीकारोक्ति मानते को यहां हुए गुरुवार को राजनीति गरमा गई।

भारतीय चुनाव को प्रभावित करने के आरोप के बाद भाजपा आइटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पर विदेशी एजेंसियों के लिए टूल की तरह काम करने का आरोप लगाया और कई पुराने वीडियो साझा कर यह साबित करने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि यूएसएआईडी से कांग्रेस ने फायदा उठाया है। दूसरी ओर, कांग्रेस ने ट्रंप की बात को ‘बकवास’ करार दिया और केंद्र सरकार से पिछले दशकों में सरकारी और गैर-सरकारी संगठनों को मिली सहायता पर श्वेतपत्र जारी करने की मांग की।

अमरीकी दक्षता विभाग (डीओजीई) के प्रमुख एलन मस्क के सुझाव पर पिछले दिनों ट्रंप ने यूएसएआइडी फंड समाप्त कर दिया था।

‘राहुल ने की थी विदेशी दखल की अपील’

■ मालवीय ने एक्स पर राहुल गांधी का मार्च 2023 का वीडियो साझा करते हुए आरोप लगाया कि लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष भारत के हितों के खिलाफ काम कर रहे हैं। मालवीय ने कहा कि राहुल वीडियो में अमरीका व यूरोप से भारत में दखल देने की अपील कर रहे हैं।

■ मालवीय ने कहा कि ट्रंप ने पुष्टि की है कि भारत के चुनाव को प्रभावित करने और प्रधानमंत्री मोदी की जगह किसी और को लाने की कोशिश की गई थी।

ट्रंप ने क्या कहा?

मेरे मन में भारत के लिए बहुत सम्मान है। मेरे मन में प्रधानमंत्री के लिए बहुत सम्मान है। वे दो दिन पहले ही यहां से गए हैं। लेकिन हम मतदान के लिए 21 मिलियन डॉलर दे रहे हैं। लेकिन, यहां मतदान के बारे में क्या? ओह… हमने 500 मिलियन डॉलर दिए हैं, है न? इसे लॉकबॉक्स कहते हैं।’-राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप, सम्मेलन में

कांग्रेस ने कहा ‘बकवास कर रहे हैं अमरीकी राष्ट्रपति’

कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा, ‘यूएसएआइडी इन दिनों चर्चा में है। इसकी स्थापना तीन नवंबर 1961 को की गई थी। अमरीकी राष्ट्रपति के दावे, कम से कम कहने के लिए, बकवास हैं। फिर भी, भारत सरकार को यथाशीघ्र श्वेत पत्र जारी करना चाहिए, जिसमें पिछले दशकों में भारत में सरकारी और गैर-सरकारी दोनों संस्थाओं को यूएसएआइडी से सहायता हासिल करने का ब्योरा हो।’

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