किसान मेलाः रूचिकर चीजों की कमी से मोहभंग हुआ किसानों का
एक पखवाड़ा तक मेला ग्राउंड में हो रहा आयोजन
कोरबा 24 जनवरी। अलग-अलग मामलों में नाम की अपनी महिमा होती है और इसके पीछे के सिद्धांत को लेकर लोग काफी गंभीरता दिखाते हैं। यह सबसे अलग हटकर कोरबा जिले के सब डिवीजन कटघोरा में प्रतिवर्ष आयोजित किए जाने वाले किसान मेला का किसानों से कोई लेना देना है ही नहीं। मेले में ना तो उनके लिए ऐसी कोई विषय वस्तु होती और ना ही किसान यहां पहुंचते हैं। गणतंत्र दिवस से प्रारंभ होने वाले इस मेले की तैयारी को लेकर अधिकारियों ने निरीक्षण किया और जानकारी ली।
लगभग 35000 की आबादी वाले कटघोरा अनुविभागी मुख्यालय के मेला ग्राउंड में पिछले कई वर्षों से किसान मेला जनवरी और फरवरी के मध्य में लगता रहा है। इसकी परंपरा काफी पुरानी बताई जाती है। स्थाई लोग बताते हैं कि वर्षों पहले जब मेला शुरू हुआ तो इसमें निश्चित रूप से किसानों की उपस्थिति सुनिश्चित हुआ करती थी। खेती किसानी का कामकाज पूरा होने के बाद किसानों को कुछ समय मनोरंजन के लिए देने के इरादे से इस परंपरा की शुरुआत की गई। कई प्रकार के आयाम इसमें शामिल किए गए। विभिन्न वर्गों की सुविधाओं का ख्याल रखा गया लेकिन बताया जा रहा है कि पिछले कुछ साल से कई प्रकार के परिवर्तन इस मेले में हुए हैं। बच्चों से लेकर युवाओं और उम्रदराज वर्ग को लेकर जरूर यहां पर प्रेजेंटेशन हो रहा है लेकिन मूल विषय किस पूरे मेले से गायब है। उनसे संबंधित दुकान और स्टॉल यहां पर नहीं लगते हैं और ना ही किसान अब यहां आते हैं। ऐसे में मेले के नाम की सार्थकता पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
यह बात अलग है कि 26 जनवरी 2025 से इस मेले की शुरुआत हो रही है जो 10 फरवरी 2025 तक चलेगा सब डिवीजन के प्रशासन और पुलिस के अधिकारियों ने मेरा स्थल पहुंचकर यहां की तैयारी का जायजा लिया। अधिकारियों ने देखा की दुकानों का आवंटन सही तरीके से हुआ है या नहीं और जो व्यवस्था यहां पर की जा रही है उनमें कोई कमी तो नहीं है। मेला स्थल पर पानी, बिजली से लेकर दूसरी बुनियादी जरूरत को देखने के साथ इसकी औपचारिक समीक्षा की गई। इस बात पर भी जोर दिया गया है मेला देखने के लिए आने वाले लोगों को किसी प्रकार से समस्या न होने पाए।
किसान मेला में हर वर्ष काफी संख्या में लोगों की भीड़ इकऋे होते हैं। कटघोरा नगर के साथ-साथ आसपास के ग्रामीण क्षेत्र के लोग यहां पर पहुंचते हैं और मेला में आनंदित होते हैं। स्वाभाविक रूप से भीड़भाड़ वाली जगह पर चोर उचक्के और जेबकतरे सक्रियता दिखाते हैं इसलिए पुलिस की नजर ऐसे तत्वों पर लगातार रहेगी।
-धर्म नारायण तिवारी, थाना प्रभारी कटघोरा