कमला नेहरु महाविद्यालय में नवप्रवेशी छात्र-छात्राओं के लिए स्वागत समारोह आयोजित

कोरबा 25 नवम्बर। एक शिक्षक की जिम्मेदारियां क्या होती हैं, अगले दो साल आप सिर्फ यही सीखेंगे। आप में से ज्यादातर युवा कल एक काबिल शिक्षक की भूमिका में होंगे और समाज के पथ प्रदर्शन होंगे। आप एक अच्छे शिक्षक तभी बन सकते हैं, जब अपने विद्यार्थियों और अपनी संस्था का हित करने में कुशल होंगे। इसलिए सबसे पहले स्वयं जागरुक बनें, अपने अधिकारों को जाने और तभी आप अपने विद्यार्थी को उसके हित और अधिकारों के प्रति जागृत करने में सक्षम बन सकेंगे।

उक्त कथन शिक्षा संकाय में आयोजित बैचलर आफ एजुकेशन (बीएड-प्रथम वर्ष) के पहले वर्ष में प्रवेश लेने वाले नवप्रवेशी छात्र-छात्राओं के लिए आयोजित स्वागत समारोह में कमला नेहरु महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. प्रशांत बोपापुरकर ने कहीं। उन्होंने प्रथम वर्ष के नवीन विद्यार्थियों का मार्गदर्शन करते हुए आगे कहा कि आप अपनी संस्था के हित की सोच रखेंगे, तो आप स्वयं के हित की कला में माहिर बन सकते हैं। इसलिए अभी तो बस सीखना होगा और कड़ी मेहनत कर खूब सीखना होगा। सीखने के लिए अपने शिक्षकों से पूछिए, सवाल कीजिए और जिज्ञासाओं से भरे अपने मन-मस्तिष्क को जागृत करें। आपके माता-पिता या अभिभावकों ने जिस उद्देश्य से आपके यहां भेजा है, अपनी जरुरतों से समझौता कर आपको उच्च शिक्षित बनाने का सपना उन्होंने देखा है, उसका सम्मान करें और उन उम्मीदों पर खरा उतरकर अपने लक्ष्य को हासिल करें। आपको अपने हाथ बढ़ाना होगा और आपको सिखाने के लिए कमला नेहरु महाविद्यालय के शिक्षक हर संभव प्रयास के लिए तत्पर मिलेंगे।

शिक्षकों का रोचक परिचय दे प्रस्तुत किए आकर्षक सांस्कृतिक कार्यक्रम शिक्षा संकाय के विभागाध्यक्ष डॉ. अब्दुल सत्तार के मार्गदर्शन एवं शिक्षा संकाय के समस्त प्राध्यापकों के सहयोग में आयोजित कार्यक्रम में बीएड प्रथम वर्ष के नवप्रवेशी विद्यार्थियों के समक्ष द्वितीय वर्ष के सीनियर विद्यार्थियों ने शिक्षा संकाय के शिक्षकों का परिचय बड़े ही रोचक अंदाज में किया गया। सीनियर व जूनियर्स ने अपनी प्रतिभा प्रस्तुत करते हुए सुंदर गीत, व्यंग, नृत्य-संगीत और शेरो-शायरी से कार्यक्रम में समां बांधा। इसके बाद सीनियर-जूनियर्स के बीच परिचय का सिलसिला शुरु हुआ और अंत में दोपहर भोज का भी सबने आनंद लिया।

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