झूठी जानकारी देकर जवाहरलाल नेहरू उत्कर्ष योजना में बेटी का चयन कराने के मामले में शिक्षिका निलंबित

कोरबा 17 नवंबर। झूठी जानकारी देकर जवाहरलाल नेहरू उत्कर्ष योजना में बेटी को शामिल कराना कोरबा की एक शिक्षिका को भारी पड़ गया। मामले का खुलासा होने पर शिक्षा विभाग ने शिक्षिका को कारण बताओ नोटिस जारी किया। संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर शिक्षिका को निलंबित कर दिया है।

विकासखंड करतला अंतर्गत शासकीय प्राथमिक शाला परानुपारा में रश्मिन खूंटे पति राजकुमार खूंटे शिक्षिका है। उन्होंने अपनी बेटी खुशबू रानी खूंटे का चयन पं. जवाहरलाल नेहरू उत्कर्ष योजना के लिए साजिश रचा और सही जानकारी छिपाई। गलत दस्तावेज बेटी को चयन कराने के लिए सरकारी विभागों में जमा किया। इन दस्तावेजों के आधार पर खुशबू का चयन जवाहर उत्कर्ष योजना के तहत हुआ। खुशबू खूंटे का दाखिला निजी विद्यालय में हो गया। इस बीच मामले का खुलासा हुआ। एक शिकायत जिला शिक्षा अधिकारी को मिली। विभाग की ओर से मामले की जांच कटघोरा के खंड शिक्षा अधिकारी द्वारा कराई गई। इसमें शिकायत सही पाई गई। खंड शिक्षा अधिकारी ने रश्मिन खूंटे के कृत्य को गंभीर माना और जांच पत्र में लिखा कि रश्मिन सरकारी विद्यालय में शिक्षिका है। उनका यह आचरण सिविल सेवा का उल्लंघन है। मामले को लेकर शिक्षा अधिकारी ने रश्मिन को कारण बताओ नोटिस जारी किया। रश्मिन ने संतोषजनक जवाब नहीं दिया। कलेक्टर को भरोसा में लेने के बाद जिला शिक्षा अधिकारी ने रश्मिन खूंटे को निलंबित कर दिया है।

पं. जवाहरलाल नेहरू उत्कर्ष योजना के तहत प्रदेश सरकार आर्थिक तौर पर कमजोर वर्ग के बच्चों को चुनिंदा विद्यालयों में निःशुल्क पढ़ने की सुविधा प्रदान करती है। एक बार विद्यार्थी का चयन हो जाने पर निजी विद्यालयों में कक्षा 12वीं तक निःशुल्क शिक्षा मिलती है। इसी योजना के तहत बेटी को निजी विद्यालय में प्रवेश कराने के लिए रश्मिन ने छूटे दस्तावेजों का सहारा लिया।

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