महिलाओं ने ग्राम पंचायत शिवपुर में कराई शराबबंदी

पंचायत सभा में भी प्रस्ताव किया पारित, थाने में जाकर दी जानकारी

कोरबा 04 नवम्बर। ब्लॉक मुख्यालय से 23 किलोमीटर दूर ग्राम पंचायत शिवपुर बिलासपुर जिले की सीमा में स्थित है। यहां युवको के साथ बच्चे भी शराब के नशे में घूमते नजर आते थे। इसे लेकर रोज विवाद की स्थिति भी निर्मित होती थी। इस हालत को देखते हुए महिलाओं ने ग्राम में शराबबंदी की पहल ही नहीं करे, पंचायत की बैठक में उक्त प्रस्ताव को पारित भी करा दिया। इसका असर अब ग्राम में भी देखने को मिल रहा है।

ग्राम पंचायत शिवपुर की आबादी करीब 3600 है। यहां 80 प्रतिशत आबादी आदिवासियों की है। कोरबा जिले के अंतिम छोर पर बसे होने के कारण प्रशासन की नजर भी इस ओर नहीं पड़ पातीं हैं। यहां मिडिल स्कूल भी संचालित है। कई घरों में पहले पीने के लिए महुआ शराब बनाते थे। बाद में शराब की बिक्री भी करने लगे। इसी वजह से मिडिल स्कूल में पढने वाले बच्चे भी शराब पीकर घूमते नजर आते थे। गांव की महिला समिति ने इसके खिलाफ अभियान भी चलाया। लेकिन इसका असर नहीं हुआ। महिला समिति की अध्यक्ष बेदकुमारी पटेल ने शराबबंदी के लिए पहल की। ग्राम के अश्रित मोहल्ला बावापारा, सरगबुंदिया और फुलवारी पारा में शराबबंदी के लिए पंचायत की सभा में प्रस्ताव भी रखा।

ग्राम पंचायत शिवपुर के सरपंच के साथ महिलाओं ने पाली थाना पहुंचकर पंचायत के निर्णय से अवगत कराया। उनका कहना है कि जो लोग शराब बनाते हैं उनके खिलाफ कार्यवाही होनी चाहिए। ग्राम पंचायत शिवपुर के सरपंच का कहना है कि जब से ग्राम में शराबबंदी लागू की गई हैं, नशाखोरी में कमी आई है। अभी तक 75 प्रतिशत मान सकते हैं। पुलिस प्रशासन को इसकी सूचना दे चुके हैं। कार्यवाही नहीं होने पर आंदोलन किया जाएगा।

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