एसईसीएल की खदानों से डीजल चोरी करने वालो के खिलाफ दीपिका पुलिस ने किया सर्जिकल स्ट्राइक
कोरबा 22 अक्टूबर। जिले के दीपिका थाना प्रभारी प्रेमचंद साहू के नेतृत्व में दीपका पुलिस टीम के द्वारा लगातार कठोर कार्यवाही कि जा रही है। इसी क्रम में गेवरा खदान में गाड़ियों से डीजल चोरी करने वाले गिरोह पर कठोर कार्यवाही करने में दीपका पुलिस कोरबा को सफलता प्राप्त हुई है। दीपका पुलिस की टीम गठित कर मुखबीर सूचना प्राप्त कर डीजल चोरी करने वाले गिरोह को खदान क्षेत्र से पकड़ा गया और उनके कब्जे से 58 जारीकेन में 2030 लीटर डीजल और घटना में उपयोग किए 2 नग बोलेरो वाहन को जप्त किया गया है और घेराबंदी कर घटना को अंजाम देने वाले गिरोह के 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जिन्हें न्यायिक रिमांड में भेजा गया है।
इस मामले में पकड़े गए आरोपियों का नाम- शशी चौहान पिता पंचराम चौहान उम्र 25 साल साकिन केसला थाना हरदीबाजार, सलिक राम उइके पिता विरेन्द्र सिंह उइके 30 साल साकिन खलारी पारा नोनबिर्रा थाना पाली, अजय दास महंत पिता मंगलदास महंत उम्र 26 साल साकिन पचपेढी थाना उरगा हा.मु. विजय नगर दीपका थाना दीपका, नवलसिंह राज पिता प्रेंमसिंह राज उम्र 33 साल साकिन नोनबिर्रा थाना दीपका, निलेश यादव पिता सहेत्तर लाल यादव उम्र 20 साल साकिन केसला थाना हरदीबाजार, संदीप कुमार श्रोते पिता गौतम सिंह श्रोते उम्र 18 साल साकिन सिरकी थाना दीपका, मयाराम निर्मलकर पिता स्व.कृपाराम निर्मलकर उम्र 31 साल साकिन विजयनगर दीपका, रितेश दास पिता रामायण दास उम्र 20 साल साकिन महुआडीह थाना हरदीबाजार, संजय चौहान पिता अजीत चौहान उम्र 20 साल साकिन केराकछार थाना दीपका, रघु बिझंवार पिता दुजराम बिझंवार उम्र 20 साल साकिन केसला थाना हरदीबाजार, ओमप्रकाश कंवर पिता विश्राम सिंह कंवर उम्र 27 साल साकिन जमनी मुडा थाना पाली।
इसी इलाके में पिछले कुछ दिनों से डीजल चोरी के मामले भी प्रकाश में आ रहे हैं। स्थानी पुलिस इस मामले में लगातार घर पकड़ कर रही है इससे पता चलता है कि चोरों की गैंग अपने काम को लगातार आगे बढ़ाने में लगी हुई है। एक दिन पहले ही पुलिस ने एक सूचना पर काम करते हुए 2 लाख 3000 कीमत का 2030 लीटर डीजल जप्त किया है। इस मामले में 10 से ज्यादा आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है जो आसपास के इलाके के ही रहने वाले हैं और जिन्हें पहले से ही इस काम को करने का अच्छा खासा अनुभव है। पकड़े गए आरोपियों ने पुलिस की पूछताछ में इस बात को स्वीकार किया कि उन्होंने साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड के माइंस एरिया इलाके से ही इस डीजल की चोरी कंपनी के संसाधन से की थी। खनन संबंधी कामकाज के लिए कोयला कंपनी अपनी हैवी व्हीकल में बड़ी मात्रा में डीजल डलवाती है ताकि इसका सदुपयोग हो सके लेकिन यह सब चोरों के लिए वरदान साबित हो रहा है।
जिस अंदाज में कोयलांचल में डीजल और कबाड़ की चोरी के मामलों में अचानक से बढ़ोतरी हुई है उस सवाल उठ खड़ा हुआ है कि क्या यह सब स्वाभाविक है या फिर कोई और वजह है। पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान प्रदेश में अवैध कारनामों को भाजपा ने मुद्दा बनाया था और यह पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार पर भारी पड़ा। छत्तीसगढ़ में नई सरकार के सत्तासीन होने के साथ कोरबा और विभिन्न क्षेत्रों में इस प्रकार के कारनामे ठहर गए। अब जबकि कोरबा जिले में कुछ इलाकों में इस तरह की हलचल शुरू हुई है तब सवाल उठ रहा है कि क्या पुरानी स्थिति बहाल करने के लिए ऊपर से हरी झंडी मिल गई है?