इंदिरा गांधी ने तानाशाही और सत्तालोलुपता का प्रदर्शन कर आपातकाल लगाया: लखनलाल साहू
कोरबा। पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने तानाशाही और सत्तालोलुपता का प्रदर्शन करते हुए 25 जून 1975 को देश पर आपातकाल थोपकर न केवल लोकतंत्र की हत्या की. अपितु भारतीय संविधान का खुलेआम मखौल भी उड़ाया था। भारतीय जनता पार्टी ने भारतीय लोकतंत्र के उसी काले अध्याय से रू-ब-रू कराते हुए आपातकाल को काला दिवस मनाकर संविधान और लोकतंत्र के नाम पर देश में पाखंडपूर्ण राजनीति कर रही कांग्रेस के इस कलंकित राजनीतिक चरित्र से परिचित कराने का बीड़ा उठाया है।
उक्त बातें बिलासपुर लोकसभा क्षेत्र के पूर्व सांसद लखनलाल साहू ने बुधवार को प्रेसवार्ता के दौरान कही। उन्होंने कहा कि वर्ष 1975 में देश पर आपातकाल थोप कर तत्कालीन इंदिरा सरकार ने जिस प्रकार से लाखों निरपराध लोगों को जेल में डाला, न्यायपालिका और मीडिया के अधिकारों को नियंत्रित करने का काम किया, अपने विरोधियों को प्रताड़ित 45 करने का काम किया। आज 50 साल बाद यह देश उस काला दिवस को न तो भूल पाया है और न कभी भूल पाएगा। इस दौरान उद्योग व श्रम मंत्री लखनलाल देवांगन, पूर्व महापौर जोगेश लाम्बा, जिलाध्यक्ष डॉ राजीव सिंह, जिला महामंत्री टिकेश्वर राठिया, जिला उपाध्यक्ष प्रफुल्ल तिवारी, जिला मीडिया प्रभारी मनोज मिश्रा, सह प्रभारी पवन सिन्हा भारतीय जनता पार्टी के विभिन्न मंडलों के अध्यक्ष एवं पदाधिकारी उपस्थित रहे।