पैसा लेकर वापस नही किया तो परेशान पास्टर ने खुदकुशी की…..!

कोरबा 10 मई। कुसमुंडा थाना क्षेत्र के बाता गांव निवासी पास्टर रमाशंकर पाटले ने दो लोगों को 11 लाख रूपया दिया था। लेकिन दोनों व्यक्ति रुपए वापस नहीं लौटा रहे थे, जिससे परेशान होकर उसने आत्महत्या कर ली। मृत्यु से पहले पास्टर ने एक सुसाइड नोट लिखा है और एक वॉइस रिकॉर्डिंग भी की है, जिससे पूरे मामले का खुलासा होता है।

मिली जानकारी के अनुसार पास्टर रमाशंकर पाटले ने कोरबा से शरद एस मसीह को 6 लाख रुपये और बांकीमोंगरा के रंजीत रात्रे को 5 लाख रुपये दे रखा था। लेकिन दोनों ही रुपये वापस नहीं दे रहे थे। रंजीत रात्रे ने तो कटघोरा थाना में कथित रूप से पास्टर को बुलवाया, जहां उसे धमकाया गया। शरद एस मसीह भी पैसा देने में आनाकानी कर रहा था। बताते हैं कि शरद एस मसीह पिछले कुछ माह से रायपुर जाकर रहने लगा है।

इतनी बड़ी रकम वापस नहीं मिलने से पास्टर रमाशंकर पाटले परेशान और तनाव में थे। कथित रूप से इसी वजह से पास्टर ने गुरुवार को जहरीले पदार्थ का सेवन कर लिया। उन्हें उपचार के लिए अस्पताल में दाखिल करेगा गया, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका। शुक्रवार को उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई।

इस मामले में न्यूज़ एक्शन को एक सुसाइड नोट मिला है, जिसे मृतक पास्टर रमाशंकर पाटले द्वारा लिखा गया बताया जा रहा है। पास्टर की वाइस रिकार्डिंग भी उपलब्ध है, जो उन्होंने एक वरिष्ठ एडवोकेट को मृत्यु पूर्व भेजा है। सुसाइड नोट नीचे दिया जा रहा है-

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