प्रीति जांगड़े की संदिग्ध मौत के मामले में पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार
एसबीएस कालोनी चीपहाउस में मिला था शव
कोरबा 31 मार्च। 23 वर्षीय प्रीति जांगड़े की संदिग्ध मौत के पीछे का असली सच आखिर क्या था, यह जानने को परिजन और रिश्तेदार के साथ-साथ पड़ोसी बेताब हैं। पांच दिन बीतने पर भी मृतका की शव परीक्षण रिपोर्ट पुलिस के पास नहीं पहुंची है। उसका इंतजार किया जा रहा है। डॉक्टर के अभिमत के आधार पर पुलिस इस मामले में आगे बढ़ेगी।
सारंगढ़ जिला अंतर्गत बिलाईगढ़ की रहने वाली प्रीति का विवाह 8 महीने पहले ही एसबीएस कालोनी चीपहाउस के निवासी गौरव जांगड़े से हुआ था। विवाह के एक वर्ष भी पूरे नहीं हुए कि प्रीति अप्रत्याशित रूप से चल बसी। ससुराल में एक कमरे में उसका शव फांसी के फंदे पर लटका मिला। होली की अगली रात हुई इस घटना ने लोगों को चौकाया। यहां से मिली सूचना पर मायके पक्ष के लोग कोरबा पहुंचे। मानिकपुर पुलिस ने प्रक्रियाओं के अंतर्गत प्रकरण में कार्यवाही की। मामला चूंकि नवविवाहिता की संदिग्ध मौत से जुड़ा हुआ था इसलिए विशेष रूप से महिला चिकित्सक सहित पैनल ने शव का पोस्टमार्टम किया। नियमों के अंतर्गत इस मामले में शव परीक्षण कार्यवाही की वीडियोग्राफी भी कराई गई। लगभग एक सप्ताह बीतने को है लेकिन अब तक पुलिस के पास इस मामले को लेकर शार्ट पीएम रिपोर्ट उपलब्ध नहीं कराई गई है, जिससे कि यह पता चल सके कि नवविवाहिता प्रीति जांगड़े की मौत के परिप्रेक्ष्य में असली कारण क्या था। घटना स्थल पर उसका शव मिला होने से यही माना गया कि मामला आत्महत्या का है लेकिन आसपास में जिस तरह की चर्चाएं हैं उससे कई सवाल खड़े हो रहे हैं।
सूत्रों के अनुसार विवाह के कुछ महीने बाद ही प्रीति को प्रताडित किया जा रहा था और इसे लेकर उसने अपने घर पर जानकारी भी दी थी। इसलिए मामला कुल मिलाकर उलझा हुआ है। शुरू से ही आरोप का दौर जारी है। मृतका के परिजन मानने को तैयार नहीं हैं कि उसने आत्महत्या की है। इसलिए पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने का इंतजार किया जा रहा है। रिपोर्ट में क्या कुछ मिला, इसे जानने की उत्सुकता संबंधितों को है। तथ्यों के आधार पर पुलिस प्रीति जांगड़े की संदिग्ध मौत की जांच की दिशा बदल सकती है।