कुत्तों के काटने की घटनाएं बढ़ी, लोग परेशान

कोरबा 18 मार्च। पिछले वर्षों में जबलपुर की एजेंसी एनिमल सोसायटी से एग्रीमेंट कर यहां-वहां विचरण करने वाले 600 से अधिक कुत्तों की लेप्रोस्कोपी सर्जरी करने के बावजूद संख्या बल में बहुत ज्यादा कमी नहीं आ सकी है। इस मौसम में यहां-वहां कुत्तों के हमले बढ़े हैं जिससे लोग परेशान हैं। यह बात अलग है कि सरकारी अस्पतालों में रेबिज के इंजेक्शन उपलब्ध होने से पीडितों को निःशुल्क उपचार मिल रहा है।

कुत्तों की तरफदारी करने वाले कई संगठन यहां-वहां चल रहे हैं। उनका दायरा राजधानी दिल्ली तक फैला हुआ है। सोशल मीडिया प्लेटफार्म से आने वाली जानकारी के आधार पर इनकी दुकानें भी चल रही है जिनमें पीडि़तों के द्वारा खबर लेने पर संबंधितों को चमकाया भी जाता है। इधर औद्योगिक नगर कोरबा के शारदा विहार, मुड़ापार, सुभाष ब्लॉक, एमपी नगर समेत अनेक स्थानों पर पालतू और यूं ही विचरण करने वाले कुत्तों के हमले लोगों पर लगातार हो रहे हैं। पैदल चलते और गाड़ी पर सवार लोगों को कुत्तों के द्वारा काटने की घटनाएं पिछले कुछ दिनों से ज्यादा ही बढ़ी है। ऐसे प्रकरण अस्पतालों में पहुंच रहे हैं और बता रहे हैं कि मसला कितना गंभीर हो गया है। आलम यह है कि कुत्तों के डर से इन दिनों सुबह की सैर करने वाले साहस नहीं दिखा पा रहे हैं। दूसरी तरफ दुपहिया पर कालोनी और मुख्य मार्ग से आवाजाही के दौरान लोगों को इस बात की चिंता रहती है कि कहीं पीछा करने के साथ कुत्ते या उनका झुंड काट न ले। लगातार इस प्रकार के प्रकरण सामने आने पर भी कुत्तों के समर्थक संगठन और उनके लिए काम करने वाले लोग चिंता नहीं दिखा रहे हैं कि पीडित पक्षों को आखिर राहत कैसे दी जाए।

चिकित्सक ने बताया कि कुत्ते के द्वारा इंसान को काटने पर कई प्रकार के खतरे हो सकते हैं। ऐसे में फौरी तौर पर पीडित को चाहिए कि वह सरकारी अस्पताल पहुंचकर रेबिज के इंजेक्शन लगवाये, यह सुविधा फ्री हैं। कोरबा के जिला अस्पताल सहित सीएचसी व पीएचसी में इसकी पर्याप्त मात्रा उपलब्ध करायी गई है। 24 घंटे के भीतर रेबिज के इंजेक्शन नहीं लगाने पर संक्रमण का खतरा होता है और ज्यादा उपेक्षा करने पर व्यक्ति में कई प्रकार के लक्षण प्रवेश कर जाते हैं।

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