लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा उम्मीदवारों के नाम की घोषणा शीघ्र
कोरबा 05 फरवरी। लोकसभा चुनाव को लेकर सियासी तैयारी शुरू हो चुकी है। विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करने के बाद भाजपा छत्तीसगढ़ राज्य की सभी 11 सीटों पर विजय का परचम लहराने की जुगत में है। कोरबा लोकसभा एक ऐसी सीट, जिसे 2019 के चुनाव में भाजपा ने गंवा दिया था।
बीते साल हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा ने कोरबा लोकसभा के अंतर्गत आने वाली आठ में छह सीटों पर जीत हासिल की। भाजपा ने कोरबा जिले में स्थित चार विधानसभा में कोरबा, कटघोरा को जीता। पार्टी को कोरबा से 25,629 तथा कटघोरा से 16,900 मतों की बढ़त मिली। भाजपा ने कोरिया जिले की तीनों विधानसभा सीटों पर कब्जा किया। पार्टी को भरतपुर- सोनहत से 14,919, बैकुंठपुर से 25,413 एवं मनेन्द्रगढ़ से 11,880 वोटों के अंतर जीत मिली। बिलासपुर जिले की मरवाही सीट पर भाजपा ने 12,078 वोटों की बढ़त हासिल की। इन छह सीटों पर भाजपा की कुल बढ़त 96 हजार 819 मतों की रही। भाजपा के मुकाबले कांग्रेस 98 हजार 194 वोटों से पीछे रही। कांग्रेस को केवल कोरबा जिले की रामपुर सीट पर ही जीत मिली। गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने पाली तानाखार क्षेत्र अपने नाम किया। भाजपा ने मिली 96 हजार 819 मतों की बढ़त की बदौलत आस लगी रखी है कि लोकसभा चुनाव में पार्टी जीत का परचम लहराएगी। कोरबा लोकसभा क्षेत्र के लिए अब तक तीन बार 2009, 2014, 2019 में चुनाव हुए हैं। इसमें 2009 और 2019 का चुनाव कांग्रेस के उम्मीदवार डा. चरणदास महंत और ज्योत्सना महंत ने जीता। 2014 में भाजपा के डा. बंशीलाल महतो को विजय मिली थी।इधर, खासकर भाजपा में कोरबा लोकसभा क्षेत्र के लिए टिकट के लिए दावेदारी करने वालों की लंबी फेहरिस्त है। इसमें कोरबा जिले से सर्वाधिक संख्या है।
मसलन जोगेश लांबा, विकास महतो, ज्योतिनंद दुबे, अशोक चावलानी, नवीन पटेल, हितानंद अग्रवाल। नए चेहरे में डा. विशाल उपाध्याय का नाम भी चर्चा में है। कोरिया जिले से भी कुछेक दावेदार हैं। इनमें कृष्ण बिहारी जायसवाल, अनिल केशरवानी जैसे नाम शामिल हैं। इन सभी के अलावा कोरबा लोकसभा क्षेत्र से बाहर के नेताओं में सरोज पाण्डेय, प्रबल प्रतापसिंह जुदेव, अनुराग सिंहदेव के नाम भी टिकट के दावेदारों की सूची में हैं।