छत्तीसगढ़ में आईटी के निशाने पर पूर्व सीएम के करीबी, बेटे का पार्टनर, पूर्व मंत्री, कारोबारी
रायपुर (एजेंसी)। छत्तीसगढ़ में पिछले 3 दिनों से आयकर विभाग की कार्रवाई जारी है। प्रदेश में नई सरकार बनने के बाद ये किसी सेंट्रल एजेंसी की पहली कार्रवाई है। इस बार निशाने पर पूर्व सीएम के बेटे के पार्टनर पप्पू बंसल, पूर्व मंत्री अमरजीत भगत और रियल एस्टेट से जुड़े कारोबारी हैं। इन लोगों के 40 से ज्यादा ठिकानों पर आईटी अफसर जांच कर रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक, करीब 2.64 करोड़ रुपए बरामद हुए हैं। इनमें से 1.25 करोड़ का ही हिसाब मिला है। बताया जा रहा है कि जिस रकम का हिसाब नहीं मिला है, उसे ब्लैक मनी मानकर जब्त कर लिया गया है। कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री अमरजीत भगत के रायपुर और अंबिकापुर घर में 31 दिसंबर को तडक़े करीब 4 बजे आईटी अफसर पहुंचे। इसके बाद से ही दस्तावेजों की जांच जारी है। सूत्रों के मुताबिक, अब तक नगद, ज्वैलरी, संपत्ति के दस्तावेज मिले हैं। कई संपत्ति के दस्तावेज ऐसे है, जो 5 साल के अंदर खरीदी गई है। अफसरों ने पूर्व मंत्री, उनके परिजनों, करीबी रहे एक सब इंस्पेक्टर और उनके बेटे की पाइप फैक्ट्री में काम करने वाले कुछ लोगों का बयान लिया है। रियल एस्टेट कारोबारी पप्पू बंसल पूर्व सीएम के बेटे के पाटर्नर बताए जा रहे हैं। आईटी अफसरों के अनुसार, पप्पू बंसल पूर्व सीएम के बेटे के साथ मिलकर जमीन का सौदा करवाते थे। इनके पास से जमीन के कई दस्तावेज और डायरियां मिली हैं। कारोबारी अमन होरा के घर में 5 आईटी अफसर सुबह 4.50 में पहुंचे थे। अमन होरा कांग्रेस नेताओं के करीबी बताए जा रहे हैं। आईटी अधिकारियों के अनुसार, इनके घर में जांच के दौरान ज्वैलरी, जमीन के दस्तावेज और नगद मिला है। रियल एस्टेट कारोबारी अजय चौहान का प्रॉपर्टी का बड़ा कारोबार है। भिलाई शहर में वो अपने घर के कारण चर्चा में हैं। अजय चौहान का कांग्रेस-बीजेपी के अलावा सरकारी अधिकारियों से संबंध है। अजय चौहान के परिजनों और करीबी लोगों के खातों, प्रॉपर्टी और निवेश के संबंध में बैंकों से जानकारी मांगी गई है। वहीं जमीन खरीदी के रिकॉर्ड पंजीयन विभाग से मांगे गए हैं। कारोबारी कैलाश बजाज के घर से आईटी टीम को ज्वैलरी, नगद और जमीन के दस्तावेज के अलावा नान में सप्लाई करने के कुछ दस्तावेज मिले हैं। आईटी सूत्रों के अनुसार, दस्तावेजों के अलावा हिसाब-किताब की डायरी मिली है। कारोबारी राजू अरोड़ा कांग्रेस नेताओं के करीबी बताए जा रहे हैं। टीम ने कारोबारी के घर पहुंचते ही सबसे पहले मोबाइल जब्त किया था और परिजनों से पूछताछ शुरू की थी। कारोबारी के घर से ज्वैलरी, नगद और दस्तावेज मिले हैं। दुर्ग के राइस मिलर्स विनीत गुप्ता फर्जी ईडी अधिकारियों को 2 करोड़ रुपए देने के बाद चर्चा में आए थे। आईटी की टीम तब से ही इनके पीछे लगी हुई थी। विनीत गुप्ता के घर से ज्वैलरी, जमीन दस्तावेज, नगदी और राइस मिल से संबंधित लेन-देन की जानकारियां मिली हैं। राजनांदगांव के शराब कारोबारी टीटू छाबड़ा भी कांग्रेस नेताओं के करीबी बताए जा रहे है। उनके रायपुर स्थित आवास पर छापा पड़ा है।
रायपुर, एजेंसी। छत्तीसगढ़ में पिछले 3 दिनों से आयकर विभाग की कार्रवाई जारी है। प्रदेश में नई सरकार बनने के बाद ये किसी सेंट्रल एजेंसी की पहली कार्रवाई है। इस बार निशाने पर पूर्व सीएम के बेटे के पार्टनर पप्पू बंसल, पूर्व मंत्री अमरजीत भगत और रियल एस्टेट से जुड़े कारोबारी हैं। इन लोगों के 40 से ज्यादा ठिकानों पर आईटी अफसर जांच कर रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक, करीब 2.64 करोड़ रुपए बरामद हुए हैं। इनमें से 1.25 करोड़ का ही हिसाब मिला है। बताया जा रहा है कि जिस रकम का हिसाब नहीं मिला है, उसे ब्लैक मनी मानकर जब्त कर लिया गया है। कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री अमरजीत भगत के रायपुर और अंबिकापुर घर में 31 दिसंबर को तडक़े करीब 4 बजे आईटी अफसर पहुंचे। इसके बाद से ही दस्तावेजों की जांच जारी है। सूत्रों के मुताबिक, अब तक नगद, ज्वैलरी, संपत्ति के दस्तावेज मिले हैं। कई संपत्ति के दस्तावेज ऐसे है, जो 5 साल के अंदर खरीदी गई है। अफसरों ने पूर्व मंत्री, उनके परिजनों, करीबी रहे एक सब इंस्पेक्टर और उनके बेटे की पाइप फैक्ट्री में काम करने वाले कुछ लोगों का बयान लिया है। रियल एस्टेट कारोबारी पप्पू बंसल पूर्व सीएम के बेटे के पाटर्नर बताए जा रहे हैं। आईटी अफसरों के अनुसार, पप्पू बंसल पूर्व सीएम के बेटे के साथ मिलकर जमीन का सौदा करवाते थे। इनके पास से जमीन के कई दस्तावेज और डायरियां मिली हैं। कारोबारी अमन होरा के घर में 5 आईटी अफसर सुबह 4.50 में पहुंचे थे। अमन होरा कांग्रेस नेताओं के करीबी बताए जा रहे हैं। आईटी अधिकारियों के अनुसार, इनके घर में जांच के दौरान ज्वैलरी, जमीन के दस्तावेज और नगद मिला है। रियल एस्टेट कारोबारी अजय चौहान का प्रॉपर्टी का बड़ा कारोबार है। भिलाई शहर में वो अपने घर के कारण चर्चा में हैं। अजय चौहान का कांग्रेस-बीजेपी के अलावा सरकारी अधिकारियों से संबंध है। अजय चौहान के परिजनों और करीबी लोगों के खातों, प्रॉपर्टी और निवेश के संबंध में बैंकों से जानकारी मांगी गई है। वहीं जमीन खरीदी के रिकॉर्ड पंजीयन विभाग से मांगे गए हैं। कारोबारी कैलाश बजाज के घर से आईटी टीम को ज्वैलरी, नगद और जमीन के दस्तावेज के अलावा नान में सप्लाई करने के कुछ दस्तावेज मिले हैं। आईटी सूत्रों के अनुसार, दस्तावेजों के अलावा हिसाब-किताब की डायरी मिली है। कारोबारी राजू अरोड़ा कांग्रेस नेताओं के करीबी बताए जा रहे हैं। टीम ने कारोबारी के घर पहुंचते ही सबसे पहले मोबाइल जब्त किया था और परिजनों से पूछताछ शुरू की थी। कारोबारी के घर से ज्वैलरी, नगद और दस्तावेज मिले हैं। दुर्ग के राइस मिलर्स विनीत गुप्ता फर्जी ईडी अधिकारियों को 2 करोड़ रुपए देने के बाद चर्चा में आए थे। आईटी की टीम तब से ही इनके पीछे लगी हुई थी। विनीत गुप्ता के घर से ज्वैलरी, जमीन दस्तावेज, नगदी और राइस मिल से संबंधित लेन-देन की जानकारियां मिली हैं। राजनांदगांव के शराब कारोबारी टीटू छाबड़ा भी कांग्रेस नेताओं के करीबी बताए जा रहे है। उनके रायपुर स्थित आवास पर छापा पड़ा है। अफसरों ने उनके घर से ज्वैलरी, नगदी और जमीन के दस्तावेज बरामद किए हैं। अफसर उसका हिसाब-किताब ले रहे हैं। संदीप जैन रियल एस्टेट ग्रुप के सीए हैं। उनके घर से बड़ी मात्रा में हिसाब-किताब के दस्तावेज मिले हैं । ये दस्तावेज किन लोगों के हैं, इसके लिए आईटी टीम बयान लेने की तैयारी कर रही है। सीए के घर में आईटी टीम ने उनके परिजनों, और उनसे ताल्लुक रखने वाले कुछ लोगों से पूछताछ भी की है।
तीसरे दिन छत पर योग करते दिखे पूर्व मंत्री
आईटी जांच के तीसरे दिन पूर्व मंत्री अमरजीत भगत बंगले की छत पर योग करते हुए दिखे। जिस समय पूर्व मंत्री योग कर रहे थे, उस दौरान आईटी अधिकारी और सुरक्षाकर्मी बंगले में मौजूद थे। घर का मुख्य द्वार अंदर से बंद था। मीडियाकर्मियों ने पूर्व मंत्री को कैमरे में कैद किया, तो उन्होंने हाथ हिलाकर अभिवादन किया।
बंदूक के साथ महिला सुरक्षाकर्मी तैनात
जांच के तीसरे दिन विवाद की आशंका को देखते हुए आईटी अधिकारियों ने विवाद की स्थिति से निपटने के लिए महिला सुरक्षाकर्मियों को बंदूक के साथ तैनात किया है। शुक्रवार की दोपहर 1 बजे मीडिया की टीम जब पूर्व मंत्री के घर पहुंची तो महिला सुरक्षाकर्मी उनके घर के बाहर बंदूक लेकर पहरा दे रही थी।
आईटी महानिदेशक की निगरानी में पूरी कार्रवाई
आईटी अधिकारियों से मिली जानकारी, कार्रवाई की मॉनिटरिंग भोपाल में बैठकर आईटी महानिदेशक खुद कर रहे हैं। 27 जनवरी को आईटी के अफसर बड़ी संख्या में प्रदेश पहुंचे और निजी होटल में रुके थे। 31 जनवरी को सभी पूर्व मंत्री और कारोबारियों के ठिकानों पर पहुंचे और एक साथ दबिश दी।