नक्सलियों ने किया पुलिस कैंप पर हमला, 3 जवान शहीद ,14 घायल
रायपुर 30 जनवरी। बस्तर में एक बार फिर नक्सलियों ने सुरक्षा बल के कैंप पर हमला बोला है. नक्सलियों द्वारा किए गए हमले में सीआरपीएफ के तीन जवान शहीद हो गए जबकि 14 जवान घायल है.यह इलाका नक्सलियों का कोर एरिया माना जाता है. जहां कैम्प खोलने का विरोध लंबे समय से नक्सली कर रहे थे.सुकमा और बीजापुर जिले के सीमा में स्थित टेकलगुड़ा में 29 जनवरी यानी कल ही कैंप का विधिवत कैम्प खोला गया था.कैंप खोले जाने के विरोध में नक्सलियों ने आज बड़ा हमला कर दिया, बताया जा रहा है की कैम्प खुलते ही सुरक्षा बल के जवान सर्च ऑपरेशन पर निकले थे.इस दौरान नक्सलियों ने जवानों को एंबुश में फंसा दिया और गोलीबारी शुरू कर दी.अचानक हमला होता देख जवानों ने भी मोर्चा संभाला और करीब 3 -4 घंटे तक नक्सलियों और जवानों के बीच मुठभेड़ चलती रही.मुठभेड़ में कोबरा बटालियन 201 के दो जवान और 150 वाहिनी भी का एक जवान शहीद हो गया हमले में हमले में 14 जवान घायल हुए हैं.जिनमें से 6 जवानों को जगदलपुर के मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है.जबकि गंभीर रूप से घायल आठ जवानों को रायपुर के दो अलग अलग अस्पताल में इलाज के लिए रिफर किया गया है.जगदलपुर और रायपुर में घायल जवानों का इलाज शुरू हो गया है.बस्तर आईजी सुंदरराज पी के अनुसार सभी जवान खतरे से बाहर है.शहीद जवानों में आरक्षक देवन सी 201 कोबरा,आरक्षक पवन कुमार, 201 कोबरा, आरक्षक लाम्बधर सिन्हा,150 सीआरपीएफ।घायल जवानों में लखवीर, डिप्टी कमांडेंट 201 कोबरा,राजेश पंचाल, असिस्टेंट कमांडेंट 201 कोबरा,खेडकर रामदास, प्रधान आरक्षक 201 कोबरा, अखिलेश यादव, प्रधान आरक्षक 201 कोबरा,हरेन्द्र सिंह, प्रधान आरक्षक 201 कोबरा,मोहम्मद ईरफान, प्रधान आरक्षक, 201 कोबरा,गोपीनाथ बासुमताढी, आरक्षक 201 कोबरा,मनोज नाथ, आरक्षक 201 कोबरा,विकास कुमार, आरक्षक 201 कोबरा,बेनूधर साहू, आरक्षक 201 कोबरा,टी. मधुकुमार, आरक्षक 201 कोबरा,मलकित सिंह, आरक्षक 201 कोबरा, ई. वेंकटेश, आरक्षक 201 कोबरा और अविनाश शर्मा, आरक्षक 201 कोबरा और राउत ओमप्रकाश, आरक्षक 201 कोबरा शामिल है. बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने बताया कि कैम्प खोल कर इलाके को नक्सली मुक्त करना की योजना बनाई गई थी.इस बीच नक्सलियों ने घटना को अंजाम दिया है.घटना के बाद जवानों का हौसला बुलंद है.इलाके को नक्सली मुक्त करने के लिए जवान पीछे नहीं हटेंगे,उन्होंने कहा की नक्सलियों को भी घटना में बड़ा नुकसान हुआ है 6 नक्सली हमले में मारे गए हैं.जिनका शव नक्सली अपने साथ ले जाने में कामयाब हो गए.बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने बताया कि हमले को बटालियन नंबर 1 ने अंजाम दिया है.यह बटालियन मोस्ट वांटेड नक्सली हिड़मा का है.कोर एरिया में कैंप खोले जाने के बौखलाहट साफ देखी जा सकती है.इसलिए नक्सलियों ने इस हमले को अंजाम दिया है.बस्तर आईजी ने बताया कि ग्रामीण इलाकों में लोगों के सुविधा अनुरूप नवीन कैंप खोले जा रहे हैं.वर्ष 2021 में इसी टेकलगुड़ा इलाके में नक्सलियों ने हमला किया था.जिसमें 23 जवानों की शहादत हुई थी.उन इलाकों में नियमित रूप से हमारे जवान उपस्थित होकर क्षेत्र के लोगों को सुविधा प्रदान कर रहे हैं.इस घटना के बावजूद हमारा इरादा मजबूत है.कैंप स्थापित करेंगे और आने वाले समय में और मजबूती से नक्सलियों के खिलाफ लड़ाई लड़ेंगे,यह कैंप एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा,आज हमारे जवानों ने बाहदुरी से लड़ाई लड़ा है. आज जो घटनाक्रम हुआ हमारे सभी जवानों ने काफी बहादुरी से लड़ाई लड़ा है हमें उन पर गर्व है,उन तीनों जवानों की शहादत को हम नमन करते हुए उनके बलिदान को व्यर्थ नहीं जाने देंगे।उनके बलिदान को सम्मान करते हुए टेकलगुड़ा कैंप फिर से स्थापित किया जाएगा,आईजी सुंदरराज पी ने का आगे कहा की नक्सलियों के कोर एरिया में कैंप खोलने का एकमात्र उद्देश्य इलाके को नक्सली मुक्त करना है और हम इस पर कामयाब जरूर होंगे,हमें मजबूती के साथ लड़ाई लड़ना होगा और हमारे जवान बस्तर कोनक्सल मुक्त करने के लिए पूरी कोशिश कर रहे हैं.आज जिस तरह से जवानों की शहादत हुई उसे हम टूटे नहीं है बल्कि और मजबूती के साथ नक्सलियों का मुकाबला करने तठस्त है.हमारे वरिष्ठ अधिकारी जवानों के साथ खड़े हैं और हम पीछे नहीं हटने वाले, सुंदरराज पी ने आगे कहा कि हमला किसने किया उसकी जांच की जा रही है.लेकिन वह इलाका पीएलजीई बटालियन नंबर 1 और सीआरसी फॉर्मेशन का मजबूत क्षेत्र है.2021 में भी ऑपरेशन के दौरान इन्हीं बटालियन के साथ बड़ी लड़ाई हुई थी इसमें 23 जवानों की शहादत हुई थी.आईजी बस्तर ने कहा कि बीजापुर और सुकमा सीमा में नक्सली पिछले चार दशक से अपना कोर एरिया बना कररखा हैं.हम उस एरिया में घुस रहे हैं.जिसके चलते नक्सली बौखलागए हैं.लेकिन हमारा मकसद उस पूरे इलाके को नक्सली मुक्त करना है.हम नक्सलियों को खदेड़ने के लिए लगातार कैंप स्थापित कर रहे हैं.हमें उम्मीद है कि हम उनके एरिया तक पहुंचेंगे और नक्सलियों को खदेड़ेंगे,