बढ़ई के घर दबिश, सवा लाख रुपये कीमती इमारती लकड़ी जब्त
कोरबा 13 जनवरी। वन विभाग की टीम को उस समय बड़ी सफलता हाथ लगी, जब सुदूर वनांचल गांव में रहने वाले बढ़ई के घर दबिश दी गई। अपने घर में बढ़ई बड़े पैमाने पर बीजा की लकड़ी से सिलपट के अलावा खिड़की दरवाजे तैयार कर रखा हुआ था। उसकी निशानदेही पर टीम ने करीब सवा लाख रुपये कीमती इमारती लकड़ी के अलावा फर्नीचर बनाने में उपयोग किए जाने वाले औजार जब्त किए हैं। मामले में आरोपी के खिलाफ वन अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई है।
कटघोरा डीएफओ कुमार निशांत को बीते कुछ दिनों से चौतमा वन परिक्षेत्र में बड़े पैमाने पर लकड़ी तस्करी की सूचना मिल रही थी। उन्होंने मामले को गंभीरता से लेते हुए कार्रवाई के निर्देश जारी किए थे। उनके निर्देश पर वन अफसर पतासाजी में लगे थे, इस बीच अफसरों को जानकारी मिली कि ईरफ बीट के ग्राम घाटपारा में रहने वाला एक ग्रामीण अवैध रूप से लाए गए लकड़ी का फर्नीचर तैयार करने और बेचने का काम कर रहा है। इस बात से डीएफओ को अवगत कराया गया। उनके निर्देश पर रेंजर दिनेश रात्रे ने अपने टीम के साथ घाटपारा में रहने वाले चमरू राम पिता दुलारसाय के घर दबिश दी। टीम में शामिल अधिकारी कर्मचारी उस समय भौचक्क रह गए, जब मकान के भीतर बड़े पैमाने पर बीजा की लकड़ी के सिलपट और दरवाजे खिड़की रखे मिले, जिसे अन्यत्र खपाने रखा गया था। पूछताछ करने पर चमरू ने बढ़ई का काम करने की जानकारी दी। उसने बीजा लकड़ी से सिलपट व दरवाजे खिड़की सहित अन्य सामान बनाने की बात कही। पूछताछ के दौरान वह न तो लकड़ी से संबंधित और न ही बढ़ई का काम करने वैध दस्तावेज प्रस्तुत कर सका। लिहाजा वन विभाग की टीम ने उसके मकान में रखे करीब सवा लाख रुपये कीमती बीजा लकड़ी के सिलपट, दरवाजे, खिड़की व बढ़ई के काम आने वाले औजार को जब्त कर लिया। मामले में आरोपी के खिलाफ भारतीय वन अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई है।