निजी टैंकर मालिकों को मिली सुरक्षा, कई पंप हुए ड्राई
कोरबा 01 जनवरी। इंडियन ऑयल कार्पोरेशन के गोपालपुर टर्मिनल से डीजल-पेट्रोल का उठाव बाधित है। टैंकर वाहन चालकों ने एक कानून को लेकर हड़ताल कर रही है। हालांकि पुलिस अधीक्षक ने समझाईश देने के साथ बीच का रास्ता निकाला है। इससे कोरबा सहित कई संभाग के उन डीलर्स को पेट्रो पदार्थ तब मिल रहा है जब उनके खुद के टैंकर हैं। जबकि दूसरों पर निर्भर बने हुए डीलर्स के यहां पेट्रो पदार्थ की किल्लत है। दरअसल टैंकर चालकों को ऐसा लग रहा है कि सड़क हादसों को लेकर भारत सरकार ने जो नए नियम बनाने की तरफ कदम बढ़ाए हैं उससे उनकी किल्लत बढ़ सकती है। चालकों को मालूम हुआ है कि किसी भी कारण से हादसा होने पर वे जुर्माना और दंड के भागीदार हो सकते हैं। इस बात को लेकर विरोध में हड़ताल की जा रही है।
दो दिन से आईओसी टर्मिनल से टैंकर वाहनों का आसपास के जिलों में जाना बाधित है। मामले की जानकारी होने पर रविवार को पुलिस अधीक्षक जितेंद्र शुक्ला ने चालकों से बातचीत की और उन्हें जरूरी जानकारी दी। खबर के अनुसार अनेक चालक मान गए हैं जिन्होंने काम शुरू किया है। इसके साथ ही पुलिस ने उन मामलों में सुरक्षा देना तय किया है, जिनमें डीजल-पेट्रोल के डीलर्स के अपने खुद के टैंकर हैं। इस व्यवस्था से ऐसी गाडियां संबंधित एजेंसी के लिए मूव कर रही हैं और वहां की व्यवस्था को सामान्य किया जा रहा है। दूसरी ओर परेशानी उन मामलों में है जहां तेल कंपनियों के डीलर्स के पास खुद के टैंकर नहीं हैं और वे अन्य व्यवस्था से काम चला रहे हैं। टैंकर चालकों ने जाने से मना करने के साथ उनकी परेशानी बढ़ाई है। खबर के अनुसार कोरबा सहित कई जिलों में डीजल-पेट्रोल केवल इन कारणों से डीलर्स तक नहीं पहुंच पा रहा है। ऐसे में डीलर के साथ-साथ उपभोक्ताओं का बड़ा वर्ग परेशान है। दावा किया जा रहा है कि कम से कम तीन दिन इस प्रकार की परिस्थितियां बनी रह सकती है और इस दौरान संबंधितों को समस्याओं को बर्दाश्त करना पड़ सकता है।