जंगल में विकृत स्थिति में मिला अज्ञात शव, जांच जारी

कोरबा 27 सितंबर। जिले के सीमांत क्षेत्र में एक शव सड़ी-गली स्थिति में मिला है। पठेरी जंगल में कुछ लोगों ने इसे देखा जिसके बाद कोटवार ने इसकी सूचना पुलिस को दी। पंचनामा के बाद आज शव का पोस्टमार्टम करा लिया गया है। अज्ञात मृतक कौन है इस बारे में फिलहाल किसी तरह की जानकारी पुलिस के पास नहीं पहुंची है। अलग-अलग स्तर पर सूचनाएं प्रसारित की गई है ताकि शव की विधिवत पहचान हो सके।

जिला मुख्यालय कोरबा से लगभग 85 किलोमीटर दूर कोरबी चौकी और पोड़ी उपरोड़ा विकासखंड के पाली पंचायत के अंतर्गत पठेरी के जंगल में अज्ञात पुरूष का शव प्राप्त हुआ है। उसके शरीर पर कपड़े मौजूद हैं लेकिन कई प्रकार के हमले के निशान भी देखे गए हैं। लगभग 40 वर्ष की आयु मृतक की प्रतीत हो रही है। शव को लेकर आंकलन किया गया है कि वह पिछले कुछ दिनों से यहां पर मौजूद रहा होगा इसलिए सडऩ जैसी स्थिति पैदा होने के साथ उसमें कीटाणु उत्पन्न हो गए हैं। चौकी प्रभारी अफसर खान ने बताया कि पाली के कोटवार के द्वारा जंगल में शव मिलने की खबर दी गई। जिस पर मर्ग कायम किया गया। पुलिस टीम ने आसपास के ग्रामीणों की मदद से जंगल पहुंचकर शव अपने कब्जे में लिया। जरूरी प्रक्रियाओं के साथ आज अज्ञात शव का पोस्टमार्टम कराया गया। उसे दफनाने की कार्रवाई की गई। इस बीच मृतक की पहचान किसी भी स्तर से नहीं हो सकी है और न ही इस बारे में कोई जानकारी मिल सकी है कि वह कौन है और कहां से उसका वास्ता है।
पुलिस ने बताया कि कोरबा जिले के सीमावर्ती सूरजपुर जिले के प्रेमनगर और कोरिया जिले के खडग़ंवा व अन्य क्षेत्रों को शव के फोटोग्राफ्स भेजे गए हैं। इसके साथ ही सोशल मीडिया व दूसरे प्लेटफार्म पर जानकारी साझा की गई है। लोगों से कहा गया है कि अगर इस बारे में किसी प्रकार की सूचना उनके पास है तो कोरबी पुलिस से साझा करें।

पठेरी जंगल में मिले पुरूष के शव को लेकर कई प्रकार की बातें हो रही है। हत्या की आशंका के साथ यह भी कहा जा रहा है कि चूंकि मामला जंगल से जुड़ा हुआ है इसलिए वन्य प्राणी के हमले में भी उसकी मौत हो सकती है। संभव है कि अपनी ओर से बचाव के चक्कर में पीडि़त कुछ हद तक सुरक्षित रहा होगा लेकिन बाद में उसकी मौत हो गई होगी। शरीर पर चोट के निशानों को लेकर इस तरह के अंदाज लगाए जा रहे हैं। अंतिम रूप से प्रकरण में फोरेंसिक जांच से वास्तविकता उजागर हो सकती है।

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