निकाले गए कामगार को बहाल कर चालकों को नियोजित करने की मांग

कोरबा 7 फरवरी। दीपका साइलो, सीएचपी से निकाले गए कामगारों को पुनः काम पर रखने व चालकों को निजी कंपनी में नियोजित करने की मांग लेकर प्रबंधन को ज्ञापन सौंपा गया। मांग पूरी नहीं होने पर 11 फरवरी को काम बंद कराने की चेतावनी दी गई।

साउथ इस्टर्न कोलफिल्ड्स लिमिटेड एसईसीएल की दीपका खदान के सीएचपी ए साइलो का मेंटेनेंस व संचालन का काम दूसरे कंपनी को दिए जाने पर पूर्व से कार्यरत कर्मियों को काम से बाहर निकाल दिया गया था। मजदूरों के लगातार आंदोलन किए जाने से कुछ आधे मजदूरों को काम पर रखा गया, शेष को अभी तक काम पर नहीं रखा गया है। इससे मजदूरों में रोष व्याप्त है। पांच जनवरी को चर्चा के दौरान प्रबंधन ने 15 दिवस के भीतर रखने की बात कही थी, किंतु एक माह का समय बीत जाने के बावजूद अभी तक उनको वापस नहीं लिया गया, बल्कि कंपनी द्वारा काम पर लगे मजदूरों को धमकी देकर काम लिया जा रहा है। इसी तरह दीपका खदान के साइडिंग में कोयला परिवहन करने वाली रूंगटा कंपनी द्वारा मजदूरों को शोषण किया जा रहा है। उर्जाधानी भू-विस्थापित किसान कल्याण समिति ने सभी मजदूरों को काम पर रखने की मांग करते हुए कहा कि यदि समस्या का निदान नहीं होता है तो 11 फरवरी 2022 को आंदोलन किया जाएगा।

इस दौरान प्रकाश कोर्राम दीपका अध्यक्ष, कोरबा अध्यक्ष गजेंद्र सिंह ठाकुर, जिला मीडिया प्रभारी ललित महिलांगे, भागीरथ यादव, रजनीश मरावी, मुकेश यादव, बसंत कुमार कंवर, पवन यादव, अर्जुन सिंह पोर्ते, बसंत कश्यप, राहुल जायसवाल, अनसुइया राठौर, रमेश कश्यप, लक्ष्मी रामेश्वर, विजय श्याम, मनहरण पाटले, बसंत चंद्राकर, रामकुमार केंवट, रेशमी कश्यप, रुकमणी पूनम कश्यप, बुधवारा बाई, रामेश्वरी बाई, धरम कुंवर, रोहित कश्यप, गोविंद राज, रिंकू राज, गणेश उइके, सुकलाल सिंह, करन सिंह पोर्ते समेत काफी संख्या में ठेका मजदूर उपस्थित रहे।

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