फर्जी हस्ताक्षर कर 34 लाख का चेक पंप संचालक को थमा दिया , मामला पंजीबद्घ
कोरबा। एक कंपनी ने लंबे समय तक अपने वाहनों में उधार का पेट्रोल-डीजल डलवाया। भुगतान के नाम पर फर्जी हस्ताक्षर कर 34 लाख का चेक पंप संचालक को थमा दिया। बैंक प्रबंधन ने हस्ताक्षर मिलान नहीं होने व खाते में पर्याप्त राशि नहीं होने की जानकारी दी। पेट्रोल पंप के संचालक ने उरगा थाने में शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस ने कंस्ट्रक्शन कंपनी के तीन लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला पंजीबद्घ किया है।
नेहरू नगर बाल्को निवासी हितानंद अग्रवाल पिता शंकरलाल अग्रवाल (41) उरगा में पेट्रोल पंप का संचालन करते हैं। विहार कंस्ट्रक्शन कंपनी के दर्री रोड निवासी महेंद्र सिंह व सुरेंद्र पाल सिंह गाड़ियों में पेट्रोल पंप से उधार स्वरूप ईंधन डलवाते थे। लंबे समय से ईंधन की रकम नहीं पटाने के कारण राशि बढ़कर 34 लाख हो गई थी। हितानंद ने कंस्ट्रक्शन कंपनी के सुरेंद्र पाल से रकम की मांग की, इस पर उन्होंने 18 लाख व 16 लाख के दो चेक हितानंद को दे दिए। हितानंद ने जब ट्रांसपोर्ट नगर स्थित एचडीएफसी बैंक में जमा किया तो बैंक के कर्मचारी ने हस्ताक्षर मिलान नहीं होने की बात कही। साथ ही उन्होंने बताया कि इस खाते में पर्याप्त राशि नहीं है। यह जानकारी मिलते ही हितानंद ने कंस्ट्रक्शन कंपनी में संपर्क किया और उन्हें सही हस्ताक्षर करने की बात कही। इस दौरान महेंद्र व सुरेंद्र ने हस्ताक्षर करने से मना कर दिया। कंपनी के भागीदार जानबूझकर फर्जी हस्ताक्षर कर हितानंद को चेक थमाया था। हितानंद ने इसकी शिकायत उरगा पुलिस से की। पुलिस महेंद्र सिंह, सुरेंद्र पाल सिंह और गुरुचरण कौर के खिलाफ धारा 420, 467, 468, 471 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर मामले की विवेचना कर रही है।