प्रेमजाल में फंसाया फिर दो लोगों को सुपारी देकर करा दी थी हत्या . चार आरोपी गिरफ्तार


कोरबा। पाली थाना अंतर्गत ग्राम सराईपाली-दमिया कच्ची सड़क मार्ग किनारे चीता झोरखी जंगल में बिलासपुर जिले के रतनपुर निवासी दैवेभो कर्मी रंगनाथ श्याम की लाश पुलिस ने बरामद किया था। साक्ष्यों के आधार पर हत्या करने का मामला सामने आने पर पाली थाना में धारा 302 भादवि के तहत जुर्म दर्ज कर विवेचना में लिया था। अंधे कत्ल की गुत्थी को सुलझाने एसपी के निर्देश पर टीम गठित की गई थी। 24 घंटे के भीतर टीम ने हत्या गुत्थी को सुलझा ली है। योजनाबद्ध तरीके से हत्या के आरोपी महिला ने मृतक को प्रेमजाल में फंसाया था। इसके बाद दो लोगों को सुपारी देकर हत्या करा दी थी। यह सब महिला ने मृतक की पत्नी से अवैध संबंध रखने वाले एक अन्य आरोपी व्यक्ति के कहने पर हत्या की योजना बनाई थी। हत्या के आरोप में पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इस मामले का खुलासा एसपी कार्यालय में पुलिस अधीक्षक मयंक श्रीवास्तव ने किया।
बीते 28 फरवरी को पाली पुलिस ने एक 35 वर्षीय एक अज्ञात व्यक्ति का शव चीता झोरखी जंगल से बरामद किया था। जेब में मिले आधार कार्ड के आधार पर शव की पहचान बिलासपुर जिले के रतनपुर मेलनाडीह निवासी रंगनाथ श्याम के रूप में की। गले में धारदार हथियार से वारकर रस्सी व गमछा कसा हुआ था। मामला हत्या से जुड़े होने के कारण पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र सिंह मीणा के निर्देश, एएसपी जयप्रकाश बढ़ई व अनुविभागीय अधिकारी पुलिस कटघोरा संदीप मित्तल के मार्गदर्शन में पाली थाना प्रभारी निरीक्षक राजेश पटेल के नेतृत्व में टीम गठित की गई। टीम ने आसपास के लोगों से मृतक के बारे में जानकारी जुटाई। जिसके बाद संदेह के आधार पर बिलासपुर जिले के ग्राम कर्रा निवासी शिवशंकर यादव पिता रामशंकर यादव 40 वर्ष से पूछताछ किया गया। हर बार गोलमोल जवाब देने पर पुलिस का संदेह गहरा गया। तब उसने हत्या के सारे राज उगल दिए। उसने बताया कि वह बिल्ंिडग सप्लाई का काम करता है।
गांव के बगल मेलनाडीह निवासी मृतक रंगनाथ श्याम से वर्ष 2012 में परिचय हुआ था। उसे खूंटाघाट उद्यान में काम पर लगाया था। इस वजह से घर आना-जाना था। इस बीच रंगनाथ की पत्नी रामेश्वरी से रंप्रेम संबंध होने पर शारीरिक संबंध स्थापित हो गया। आए दिन रंगनाथ श्याम अपनी पत्नी को गाली-गलौच व मारपीट करता था। यह सब देखकर आरोपी शिवशंकर ने रंगनाथ को रास्ते से हटाने के लिए पहले से पहचान विन्नी उर्फ विनिता मानिकपुरी से संपर्क साधा और सारी बात बताई। विनिता से भी शिवशंकर का शारीरिक संबंध था। वह शिवशंकर का साथ देने के लिए राजी हो गया और विनिता के पहले से परिचित रवि वाल्मीकि व सुनील सत्तेल से शिवशंकर की मुलाकात कराई। रतनपुर खुंटाघाट में 17 फरवरी को योजना बनी और दोनों युवक रवि व सुनील को शिवशंकर व विनिता ने एक लाख 90 हजार में सुपारी दी। इसके पहले विनिता ने रंगनाथ से मोबाइल पर संपर्क साधकर प्रेमजाल में फंसा लिया था। 24 फरवरी को हत्या करने का स्थान पाली क्षेत्र के सरईपाली दमिया को चुना। जिसके बाद घटना के दिन 27 फरवरी को योजनानुसार रंगनाथ श्याम को विनिता ने बेलतरा में होने की जानकारी दी। मोबाइल पर शाम को पाली चलने की बात कही। जिसके बाद विनिता रंगनाथ की बाइक पर पाली गए और फिर यहां से विनिता ने दमिया के जंगल लेकर गई। यहां पर पहले से चिन्हांकित जगह पर सुपारी किलर सुनील व रवि मौजूद थे। लघुशंका के बहाने विनिता ने रंगनाथ से गाड़ी रूकवाई और फिर यहां पर रवि व सुनील ने हत्या कर दी। घटना में प्रयुक्त चाकू, मोबाइल, ग्लब्स व नगर राशि 1 लाख 90 हजार रुपए पुलिस ने जब्त कर लिया है। हत्या की गुत्थी को सुलझाने में कटघोरा एसडीओपी संदीप मित्तल व थाना प्रभारी राजेश पटेल के अलावा निरीक्षक सनत सोनवानी दीपका, सायबर सेल प्रधान आरक्षक दुर्गेश राठौर, आरक्षक प्रशांत सिंह, डेमन ओग्रे, गुनाराम सिन्हा का योगदान रहा।

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