संकेत साहित्य समितिः होली के उपलक्ष्य में रंगोत्सव काव्य गोष्ठी आयोजित

कोरबा 11 मार्च। संकेत साहित्य समिति के तत्वावधान में समिति के अध्यक्ष राकेश खरे राकेश के आवास राजकिशोर नगर में होली के उपलक्ष्य में रंगोत्सव काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया।साहित्यकार रमेश चौरसिया राही के मुख्य आतिथ्य एवं नरेंद्र शुक्लाअविचलकी अध्यक्षता में संपन्न कार्यक्रम का सफल संचालन हरवंश शुक्ला ने किया। माँ सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्जवलन एवं श्रीमती रमा चौरसिया द्वारा सरस्वती वंदना के साथगोष्ठी की शुरुआत हुई। उपस्थित रचनाकारों द्वारा गीत ,छंद,दोहा,गजल,हास्य विधा की रोचक रचनाएँ प्रस्तुत की गईं। काव्य गोष्ठी के दौरान अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर उपस्थित महिलाओं को मुख्य अतिथि द्वारा सम्मानित किया गया।

वन्दना खरे द्वारा महिला दिवस पर कविता के माध्यम से अपने विचारों को कुछ इस तरह व्यक्त किया गया- अपने लिए तो सब जीते हैं,औरों के लिए वह जीती।विष का प्याला पी, अमृत का घट औरों को देती। हरवंश शुक्ला द्वारा बिटिया जिसके घर होती है, परियों जैसे पर होती है। उबर खाबड़ पगडंडी भूले , आसमान में डगर होती है रचना पढ़ी गई। अमृतलाल पाठक ने हो विधाता आज चाहे वाम हो प्रीति का कोई नया आयाम हो कविता से सबका दिल जीत लिया। केवल कृष्ण पाठक ने नारी के प्रति अपनी भावनाओं को कुछ इस प्रकार व्यक्त किया-नारी माता रूप में,धरती परभगवान ,दिल में रहना चाहिए, नारी का सम्मान। विजय तिवारी ने इन सांसों का अब सम्मोहन टूट रहा,कैसे कह दूं अब धीरज मन छूट रहा पंक्तियों से अपने मनोभावों को प्रकट किया। शंख बजा दो आज ऐसा, हर एक रंग जाए धर्म में। दुर्योधन कहीं रह ना पाए ,अर्जुन सज जाए कर्म में। कविता के माध्यम से होली के महत्व को रेखांकित किया।

नरेंद्र शुक्ला अविचल की कविता की एक बानगी- धरती तो बट जाएगी ,नील गगन क्या होगा। हम सब ऐसे बिछड़ेंगे ,महा मिलन का क्या होगा। राजकुमार द्विवेदी बिंब ने अपनी रचना से सबको मंत्रमुग्ध कर दिया यथा- नव,जल ,थल ,वायु,क्षिति लगभग सब का रंग ।सब में सब कुछ है , यही सब रंगों का संग। उपस्थित श्रोताओं में सौरभ शुक्ला, श्रीमती कमलेश पाठक, श्रीमती उमा द्विवेदी, कुमारी मनीष यादव ,नेहा खरे ,आभ्या एवं अभिराज ने देर रात तक कविताओं का आनंद लिया । रमेश चौरसिया राही ने होली प्रेम,एकता एवं भाईचारे का संदेश देती है कहा। अंत में धन्यवाद ज्ञापन राकेश खरे द्वारा किया गया।

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