आज के विद्यार्थी ही आने वाले कल में देश के कर्णधार बनेंगेः डा प्रशांत बोपापुरकर

एनटीपीसी कोरबा के सतर्कता जागरुकता सप्ताह-2024 के अंतर्गत निबंध प्रतियोगिता का आयोजन
प्राध्यापकों, कर्मियों और कालेज के छात्र-छात्राओं को सत्यनिष्ठा की शपथ दिलाई

कोरबा 30 अक्टूबर। कमला नेहरु महाविद्यालय में सोमवार को एनटीपीसी कोरबा के सतर्कता जागरुकता सप्ताह-2024 के अंतर्गत निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। 28 अक्टूबर से 3 नवंबर तक मनाए जा रहे सप्ताह के पहले दिन आयोजित यह निबंध स्पर्धा युवा विद्यार्थियों में देश की सांस्कृतिक विरासत और राष्ट्रीयता की भावना विकसित करने सत्यनिष्ठा की संस्कृति से राष्ट्र की समृद्धि विषय पर केंद्रित रहा। इस अवसर पर कमला नेहरु महाविद्यालय के प्राचार्य डा प्रशांत बोपापुरकर ने कहा कि इस दौर में लोगों को जगाने की आवश्यकता क्यों पड़ रही है, इस पर मंथन करने की जरूरत है।

आज के विद्यार्थी ही आने वाले कल में देश के कर्णधार बनेंगे। ऐसे में आने वाली उस बड़ी जिम्मेदारी के लिए खुद को तैयार करना होगा। इसके लिए राष्ट्रीयता की भावना मन में धारण कर हमें अपने भीतर सुधार में योगदान देना होगा, समाज और देश अपने आप सुधार की ओर अग्रसर होता जाएगा। जहां तक कालेज की बात है, सही हो या गलत, कभी भी मन में कोई बात आए, उसे अपने शिक्षकों, परिवार और मित्रों से साझा करें, उनका समाधान निकालें, तभी आपके लिए सही दिशा का चयन हो सकेगा और आप सही राह पर आगे बढ़ सकेंगे।

अपना आचरण सुधारें, देश स्वयंमेव भ्रष्टाचार मुक्त हो जाएगाः मिश्रा
कार्यक्रम में मौजूद रहे एनटीपीसी कोरबा के राजभाषा प्रबंधक पवन मिश्रा ने प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए विषय की मूल भावना से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि आज की युवा पीढ़ी को, जिन्हें कल देश की बागडोर अपने कंधों पर लेना है, उन्हें सजग और सतर्क कर्तव्यनिष्ठ करना है। भारत फिर से विश्वगुरु कहलाएगा, हमें बस देश के सोए और खोए लोगों को जगाने की आवश्यकता है। मिश्रा ने आगे कहा कि हम केवल अपने आचरण पर सुधार करें, देश स्वयंमेव भ्रष्टाचार मुक्त हो जाएगा।

छात्र-छात्राओं ने ली ये प्रतिज्ञा
जीवन के सभी क्षेत्रों में ईमानदारी तथा कानून के नियमों का पालन करूंगा।
न तो रिश्वत लूंगा और न ही रिश्वत दूंगा।
सभी कार्य ईमानदारी तथा पारदर्शी रीति से करूंगा।
जनहित में कार्य करूंगा।
अपने निजी आचरण में ईमानदारी दिखाकर उदाहरण प्रस्तुत करूंगा।
भ्रष्टाचार की किसी भी घटना की रिपोर्ट उचित एजेंसी को दूंगा।

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