कलेक्टर ने की जिला स्वास्थ्य समिति के प्रगति की समीक्षा

कोरबा 03 अक्टूबर 2024. विगत दिवस कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में कलेक्टर अजीत वसंत की अध्यक्षता में जिला स्वास्थ्य समिति कोरबा की मासिक समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, जिला परिवार कल्याण अधिकारी, जिला आयुर्वेद अधिकारी, जिला टी.बी. अधिकारी, जिला टीकाकरण अधिकारी समस्त खण्ड चिकित्सा अधिकारी, जिला कार्यक्रम प्रबंधक, समस्त रा.कार्यक्रमों के नोडल अधिकारी, डब्लूएचओ के मेडिकल ऑफिसर, समस्त कन्सलटेंट, ब्लाक प्रोग्राम मैनेजर, जिला समन्वयक मितानिन कार्यक्रम तथा अन्य अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित थें।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एस.एन.केशरी के द्वारा विभिन्न राष्ट्रीय कार्यक्रमों की प्रगति के संबंध में विस्तार से बताया गया। समीक्षा के दौरान कलेक्टर ने निर्देशित किया कि डी.एम.एफ से जो नियुक्ति हो रही है उसका आदेश जल्द जारी करे। जिन सी.एच.सी. एवं पी.एच.सी. में पैरामेडिकल के पद खाली है और कोई स्टाफ पदस्थ नहीं है वहाँ कर्मचारियों को पदस्थ करना है, अधिक वर्कलोड होने पर 2 कर्मचारियों को पदस्थ किया जा सकता है। पीएचसी स्तर तक कोई भी पद रिक्त नहीं रहना चाहिए। सभी पीएचसी में एमएलटी पदस्थ होना चाहिए यदि कोई एमएलटी इस्तीफा देता है तो वेटिंग लिस्ट से भर्ती करें।

माननीय मंत्री द्वारा की गई घोषणाओं- कटघोरा सीएचसी में एनेस्थीसिया चिकित्सक एवं रेडियोलॉजिस्ट की नियुक्ति के लिए विज्ञापन निकालना है। लैब्स ऑन व्हील की समीक्षा के दौरान उन्होंने निर्देशित किया कि जो जॉच पीएचसी मे संभव है, उस सैम्पल को कटघोरा लैब में न भेजें। रिपोर्ट प्राप्त होने पर अगर मरीज का इलाज पीएचसी स्तर हो सकता है उसका इलाज किया जावे। भवन विहिन उपस्वास्थ्य केन्द्रों के लिए नवीन भवन तथा जर्जर भवन जिनका मरम्मत हो सकता है उसके लिए प्रस्ताव भेजें। कटघोरा सी.एच.सी.को 100 बेड की तरह उन्नयन करना है, इस हेतु प्रस्ताव भेजें। मौसमी बिमारियों के संबंध में उन्होंने कहा कि जिन ग्रामों में आउटब्रेक हुआ है उसे राडार पर रखें उसे रेड स्पॉट के रूप में चिन्हित कर लें। उन क्षेत्रों में स्वास्थ्य कार्यकर्ता एवं मितानिनों के द्वारा व्यापक प्रचार प्रसार करवाया जाये जिससे अगले सीजन में आउटब्रेक होने से बचा जा सके। जहाँ पानी की समस्या है उन जगह का नाम भेजें जिससे पानी की व्यावस्था की जा सकें। पीवीटीजी ग्रामों में टीबी की स्क्रीनिंग शतप्रतिशत करायें तथा पॉजिटिव मरीजों को उपचार प्रदान करें तथा निक्षयमित्र से जोड़े। जिससे अगले साल कोई टीबी का मरीज ना मिले।

कलेक्टर ने निर्देशित किया कि आयुष्मान कार्ड शतप्रतिशत लोगों का बनाया जावे, 07 दिन के अंदर जिनका आधार अपडेट नहीं हुआ है उनका आधार अपडेट करें तथा अगले 07 दिनों में सभी छूटे हुए लोगों का आयुष्मान कार्ड बनावें। शतप्रतिशत संस्थागत प्रसव कराया जाना है। प्रा.स्वा.केन्द्र 10 प्रसव प्रतिमाह तथा सब हेल्थ सेंटर 03 प्रसव प्रतिमाह कराना अनिवार्य है और इसे हमेशा यथावत करना है। सभी गर्भवती महिलाओं की समस्त जांच देखभाल तथा काउंसिलिंग की जावे जिससे मातृमृत्यु एवं शिशु मृत्यु को कम किया जा सके। प्रतिमाह की 9 तारीख एवं 24 तारीख को पी.एम.एस. एम.ए. में हर एचआरपी महिला को गायनेकोलॉजिस्ट से जाँच कराना अनिवार्य है। पी.एम.एस.एम.ए. की रिपोर्ट 5 दिन के अंदर मुझे उपलब्ध कराया जावे। इसके अतिरिक्त उन्होने एस.एन.सी.यू. में भर्ती बच्चों के बेहतर देखभाल, एन.आर.सी. में 100 बेड आक्यूपेंसी तथा अन्य राष्ट्रय कार्यक्रमों की शतप्रतिशत उपलब्धि के लिए आवश्यक निर्देश दिए।

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