जंगल विभाग में जंगल राज- कोरबा वनमण्डल में भी हुई अवैध बांस कटाई, लाखों रूपयों के भ्रष्टाचार की आशंका
कोरबा 9 अक्टूबर। जिले के कटघोरा वन मण्डल के बाद कोरबा वन मण्डल में भी प्रतिबंध की अवधि में हरे बांसों की कटाई की गयी और उनसे ट्री गार्ड बनाये गये। भौतिक सत्यापन करने पर वृक्षारोपण और ट्री-गार्ड के निर्माण और उपयोग में लाखों रूपयों का घोटाला उजागर हो सकता है।
मिली जानकारी के अनुसार वन मण्डल कोरबा में भ्रष्टाचार के नित नये रिकार्ड बनाये जा रहे हैं। तालाब और स्टाप डेम निर्माण कार्य हो या बेशकीमती इमारती लकड़ियों की अवैध कटाई और तस्करी, या फिर वर्षा ऋतु में प्रतिबंध की अवधि में हरे बांसों की कटाई, सभी मामलों में वन मण्डल कोरबा के अधिकारी कीर्तिमान स्थापित कर रहे हैं।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पिछले दिनों नियम कानून को ताक में रखकर बड़ी संख्या में हरे बांसों की कटाई कराई गयी। यही नहीं इन बांसों से रेन्जर और मातहत कर्मचारियों ने दिहाड़ी मजदूरों से गुणवत्ताहीन ट्री गार्ड भी बनवाया। जबकि यह कार्य वन समितियों या स्व सहायता समूहों से कराया जाना था। इस प्रक्रिया में लाखों रूपयों का भ्रष्टाचार वन मण्डल में होने की चर्चा विभाग में ही व्याप्त हैं।
वन मण्डल कोरबा का विस्तार रामपुर विधानसभा क्षेत्र में है। गत दिनों क्षेत्रीय विधायक ननकीराम कंवर क्षेत्र के प्रवास पर गये तो कदम-कदम पर हरे बांस से बनाये गये ट्री गार्ड अवैध बांस कटाई की चुगली कर रहे थे। मौके पर लगाये गये ट्री गार्ड गुणवत्ताहीन भी मिले। रामपुर विधायक और प्रदेश के पूर्व गृहमंत्री ननकी राम कंवर का कहना है कि जिले के कोरबा और कटघोरा दोनों वन मण्डलों में बड़ी मात्रा में बांसों की अवैध कटाई की गयी है, जिस दिलेरी के साथ दोनों वन मण्डल में भ्रष्टाचार को अंजाम दिया जा रहा है, वह आश्चर्य जनक है। उन्होंने कहा कि वन विभाग के भ्रष्टाचार में आकंठ डूबे अधिकारियों- कर्मचारियों के क्रियाकलापों से राज्य सरकार की बदनामी तो हो ही रही है, साथ ही शासकीय धन की हानि भी हो रही है।