एक्शन में योगी: पुलिस अधीक्षक सहित कई सस्पेंड, सुरक्षा और विकास के संकल्प दोहराया
लखनऊ 2 अक्टूबर। हाथरस मामले में योगी सरकार ऐक्शन मोड में आ गई है। शुक्रवार देर शाम सरकार ने हाथरस मामले में लापरवाही बरतने के चलते जिले के एसपी विक्रांत वीर को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। इनके अलावा चंदपा थाने के इंस्पेक्टर समेत कुछ अन्य पुलिसकर्मियों को भी सस्पेंड किया गया है।
यूपी का हाथरस केस लगातार तीन दिन से सुर्खियों में है। पीड़िता की मौत के बाद इस मामले में सियासत तेज हो गई है। बताया जा रहा है मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस पूरे मामले की रिपोर्ट मांगी थी। इससे पहले मुख्यमंत्री ने खुद ट्वीट कर कहा कि उत्तर प्रदेश में माताओं- बहनों के मान सम्मान-स्वाभिमान को क्षति पहुंचाने का विचार मात्र रखने वालों का समूल नाश सुनिश्चित है। इन्हें ऐसा दंड मिलेगा जो भविष्य में उदाहरण प्रस्तुत करेगा। आपकी यूपी सरकार प्रत्येक माता-बहन की सुरक्षा व विकास हेतु संकल्पबद्ध है। यह हमारा संकल्प है-वचन है।
जिस तरह आनन-फानन में देर रात को ही पीड़िता का अंतिम संस्कार किया गया उसी समय से प्रशासन की मंशा पर सवाल उठने लगे थे। परिजनों के लाख मना करने के बाद भी प्रशासनिक अधिकारी नहीं माने और अंतिम संस्कार करवा दिया गया। इसके बाद सोशल मीडिया पर हाथरस डीएम प्रवीण कुमार लक्षकार का एक वीडियो वायरल हुआ। जिसमें वह पीड़िता के पिता से बात करते हुए दिख रहे हैं। वे कह रहे हैं कि आप अपनी विश्वसनीयता खत्म मत करो। ये मीडिया वाले, मैं आपको बता दूं, आधे आज चले गए और आधे कल चले जाएंगे। हम आपके साथ खड़े हैं। ये आपकी इच्छा है कि आपको बार-बार बयान बदलना है कि नहीं बदलना है। अभी हम भी बदल जाएं….।
हाथरस मामले में पीड़ित परिवार ने आरोप लगाया है कि उन्हें किसी भी कीमत पर मीडिया से मिलने नहीं दिया जा रहा है। प्रशासन ने पीड़िता के गांव में पहले से ही धारा 144 लगा दी है। शुक्रवार सुबह पीड़ित परिवार ने एक नाबालिग बच्चे को किसी भी तरह मीडिया से संपर्क करने के लिए भेजा। बच्चे ने बताया कि हमारे कुछ मोबाइल फोन ले लिए गए हैं और हमें मोबाइल को स्विच ऑफ करने के लिए कहा गया है।