तबादला के बाद भी नहीं छूट रहा कोरबा का मोह, अफसर भी दे रहे रदद् कराने का भरपूर मौका….!

कोरबा 7 जुलाई। लोकसभा चुनाव से पहले कोरबा जिले से तबादला पर भेजे गए कुछ अधिकारी कर्मचारी अभी भी जिले में ही जमे हुए हैं। यही नहीं, वे अपना तबादला रद्द कराने का भी प्रयास कर रहे हैं। हैरत की बात यह है कि जिले के जिम्मेदार अधिकारी भी इनको भरपूर मौका दे रहे हैं और रिलीव करने में कोताही बरत रहे हैं।

हाल ही में संपन्न लोकसभा चुनाव से पहले जिले के विभिन्न विभागों के अधिकारियों कर्मचारियों का राज्य शासन ने तबादला आदेश जारी किया था। अनेक अधिकारी कर्मचारी आदेश मिलते ही रिलीव होकर नए पद स्थापना स्थल पर चले गए लेकिन कुछ अधिकारी रिलीव होने में लेट लतीफी करते रहे। इस बीच लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लागू हो गई और आचार संहिता की आड़ में वह सभी अपनी- अपनी जगह पर जम रहे। अब आचार संहिता खत्म हो गई है, परन्तु तबादलाशुदा अधिकारी अभी भी रिलीव होने को तैयार नहीं हैं। अब वे जोरशोर के साथ तबादला रदद् कराने के प्रयास में जुट गए हैं।

खास बात यह है कि जिले के वरिष्ठ अधिकारी भी इन्हें रिलीव करने में कोई रुचि नहीं दिखा रहे हैं। लगता है, अधिकारियों को भी किसी खास वजह से इनसे गहरा लगाव हो गया है। अब तक अधिकारियों के पास भी चुनाव आचार संहिता का बहाना था। मगर आचार संहिता खत्म हुए भी एक माह का समय बीत गया है, फिर भी इन्हें रिलीव नहीं किया जा रहा है। अब शायद वे रिलीवर के नहीं आने का सजता से बहाना करेंगे। यह देखना दिलचस्प होगा, कि क्या भारतीय जनता पार्टी की सरकार में भी तबादला उद्योग चलता हुआ नजर आएगा? क्या विष्णुदेव सरकार भी पैसा फेंको, तमाशा देखो! की कहानी दोहराती नजर आएगी?

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