डॉक्टर की गलती से 7 वर्षीय बेटे का हाथ हुआ खराब.. पिता ने मुख्यमंत्री से लगाई न्याय की गुहार
मुख्यमंत्री ने मामले की जाँच कर तुरंत कार्यवाही के दिए निर्देश
रायपुर 04 जुलाई. तिल्दा नेवरा क्षेत्र के तुलसी गांव निवासी अनुज बंजारे अपनी पत्नी श्रीमती पूर्णिमा और सात वर्षीय बेटे दीपेश बंजारे के साथ आज मुख्यमंत्री जनदर्शन कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने मुख्यमंत्री श्री साय को बताया कि वे तिल्दा की सब्जी मंडी में कुली का काम करते हैं। पिछले साल 24 अगस्त को खेलते समय उनके बेटे के बाएं हाथ में फ्रैक्चर हो गया था। पहले वे अपने बेटे को स्थानीय डॉक्टर के क्लीनिक में ले गए, जहां इलाज के लिए हाथ पर प्लास्टर चढ़ाया गया, जिस पर 1700 रुपए खर्च हुए। लेकिन जब बेटे को आराम नहीं मिला तो उन्होंने दूसरे अस्पताल में इलाज कराया। वहां पता चला कि प्लास्टर गलत तरीके से किया गया था, जिससे हाथ में मवाद और सूजन आ गई। आगे की चिकित्सा सहायता के लिए वे एम्स रायपुर गए, जहां डॉक्टरों ने उन्हें बताया कि बच्चे का हाथ कभी पूरी तरह से ठीक नहीं हो पाएगा और अब उसका बायां हाथ काम करना बंद कर चुका है।
पीड़ित पिता ने बताया की एम्स से लौटने के बाद वह इलाज के लिए उसी डॉक्टर के पास वापस गए। डॉक्टर ने तीन महीने तक फिजियोथेरेपी करवाने की सलाह दी। फिजियोथेरेपी करवाने के बावजूद हाथ में कोई सुधार नहीं हुआ और अब डॉक्टर ने आगे इलाज करने से मना कर दिया है। पीड़ित ने बताया की उन्होंने डॉक्टर के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई है, लेकिन अभी तक न्याय नहीं मिला है। मुख्यमंत्री ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तुरंत जाँच कर कार्यवाही करने अधिकारीयों को निर्देश दिया है।