गैंगरेप के बाद नाबालिग की कर दी हत्या, फिर शव को फेंक दिया बैराज में.. आरोपी दो सगे भाई गिरफ्तार
औरंगाबाद. बिहार की औरंगाबाद पुलिस बहुचर्चित नाबालिग श्रेया की मौत से पर्दा हटा दिया है। हत्याकांड के 18 दिन बाद शनिवार को पुलिस ने खुलासा करते हुए बताया की श्रेया की गैंगरेप के बाद हत्या की गई थी। इस पूरे वारदात की मृतिका बच्ची के ब्यॉफ्रेंड ने साजिश रची थी। इसमें उसका बाद होटल मालिक धर्मेद्र कुमार सिंह और राकेश कुमार सिंह ने दिया था। पहले तीनों ने मिलकर उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। इसके बाद शव को कार से 25 किमी दूर ले जाकर रोहतास के इंद्रपुरी बैराज में फेक दिया था। मामले में पुलिस ने दोनों होटल मालिक को गिरफ्तार कर लिया है। दोनों आरोपी सगे भाई हैं।
गिरफ्तार दोनों भाई का नाम कोसडिहरा गांव के रहने वाले धर्मेद्र कुमार सिंह और राकेश कुमार सिंह है। SP ने बताया कि इनके पास से वह कार भी बरामद किया गया है, जिससे शव को बराज तक ले जाया गया था। पूछ-ताछ में इन दोनों ने अपराध स्वीकार किया है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि नाबालिग़ छात्रा के साथ इन दोनों हत्योरियों ने पहले दुष्कर्म किया और इसके बाद उसकी हत्या कर दी थी। इससे पहले, पुलिस ने श्रेया हत्याकांड में 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। इसमें श्रेया की सहेली, उसकी मां और श्रेया का बॉयफ्रेंड शामिल हैं। बता दें कि 11 जून को औरंगाबाद के नवीनगर से लापता 16 साल की किशोरी का शव करीब 25 किमी दूर रोहतास के इंद्रपुरी बराज से मिला था।
बॉयफ्रेंड के साथ होटल पहुंची थी श्रेया
11 जून को श्रेया अपने बॉयफ्रेंड के साथ होटल पहुंची थी। यहां एक कमरा बुकिंग कराया और कुछ समय तक रुके। इस दौरान उसके बॉयफ्रेंड ने होटल मालिक धर्मेद्र कुमार सिंह और राकेश कुमार सिंह के साथ मिलकर गलत काम किया। इसके बाद गला दबाकर हत्या कर दी।
कोचिंग से नहीं लौटी तो परिजनों ने लिखाई रिपोर्ट
SP स्वप्ना गौतम मेश्राम ने बताया कि रेप के बाद श्रेया की हत्या कर दी थी। हत्या के बाद सबूत छिपाने को लेकर शव को कार में रखकर इंद्रपुरी बराज ले जाकर फेंक दिया गया था। उन्होंने बताया कि श्रेया 11 जून को अपने घर से कोचिंग के लिए निकली थी, लेकिन वापस लौटी नहीं थी। इसके बाद परिजनों की ओर से थाने में अपहरण की शिकायत दर्ज कराई गई थी। 13 जून को रोहतास के इंद्रपुरी बराज से श्रेया का शव बरामद किया गया था।