बृजमोहन अग्रवाल ने छोड़ा विधायक का पद, विधानसभा अध्यक्ष रमन सिंह को सौंपा इस्तीफा
रायपुर. भाजपा के वरिष्ठ नेता बृजमोहन अग्रवाल ने सांसद बनने के बाद आज विधायक पद से इस्तीफा दिया. अग्रवाल ने विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह को अपना इस्तीफा सौंपा. इस दौरान विधायक अजय चंद्राकर, विधायक पुरंदर मिश्रा, अनुज शर्मा, पूर्व सांसद सुनील सोनी सहित कई नेता मौजूद रहे.
इस्तीफे के बाद बृजमोहन अग्रवाल ने कहा, एक नई पारी की शुरुआत कर रहा हूं. आप सभी का प्यार और दुलार मिलता रहेगा. मैं रायपुर दक्षिण की जनता से माफी मांगता हूं. मुझे विधायक का पद नई दायित्व के साथ छोड़ना पड़ा है. मैं संसद में जनहित के मुद्दों को उठाता रहूंगा. केंद्र में मंत्री नहीं बन पाने का मुझे मलाल नहीं है. बता दें कि हाल ही लोकसभा चुनाव में रायपुर लोकसभा से बृजमोहन अग्रवाल ने बड़ी जीत दर्ज की थी. उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी विकास उपाध्याय को लगभग 6 लाख मतों से हराया था.
जानिए बृजमोहन अग्रवाल का राजनीतिक सफर
बृजमोहन अग्रवाल का जन्म एक मई 1959 को रायपुर में हुआ था. काॅमर्स व आर्ट्स दोनों विषय से पोस्ट ग्रेजुएशन, एलएलबी की डिग्री भी ली है. साल 1986 में इनकी शादी सरिता देवी अग्रवाल से हुई. इनके 2 बेटे और 1 बेटी हैं. वे मध्यप्रदेश से बंटवारे से पूर्व भी मंत्री का पद संभाल चुके हैं. मध्यप्रदेश विधानसभा द्वारा उन्हें सर्वश्रेष्ठ विधायक का पुरस्कार भी प्रदान किया गया है. बृजमोहन ने मात्र 16 साल की उम्र में ही 1977 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की सदस्यता ले ली थी. वर्ष 1981 और 1982 के दौरान वे छात्रसंघ के अध्यक्ष भी रहे. 1984 में वे भारतीय जनता पार्टी के सदस्य बने. 1988 से 1990 तक वे भाजयुमो के युवा मंत्री भी रहे. 1990 में वे पहली बार मध्यप्रदेश विधानसभा में विधायक चुनकर आए. वे राज्य के सबसे युवा एमएलए थे. इसके बाद से वे 1993, 1998, 2003, 2008, 2013, 2018 और 2023 में विधायक चुने गए.