अक्टूबर में भारत आ रहे पांच और राफेल, चीन से लगी पूर्वी सीमा की करेंगे रखवाली
नई दिल्ली 29 सितम्बर। राफेल को लेकर फ्रांस से खुशखबरी आई है. फ्रांस ने राफेल की दूसरी खेप भारत को सौंप दी है. इस खेप में पांचों विमान अभी फ्रांस में मौजूद हैं और अगले महीने अक्टूबर में भारत आने वाले हैं. इन विमानों को पश्चिम बंगाल स्थित कलईकुंडा एयरफोर्स स्टेशन पर तैनात किया जाएगा, जो चीन से लगती पूर्वी सीमा की रखवाली करेंगे. इसी तरह 2022 तक भारत को कुल 36 राफेल जेट मिल जाएंगे.
याद रहे कि इसी साल 29 जुलाई को दुनिया का सबसे ताकतवर फाइटर जेट राफेल का पहला बैच भारत आया. LAC से LOC तक पेट्रोलिंग करने लगा. हिमालय पर राफेल की हुंकार से दोनों दुश्मन चीन और पाकिस्तान में हाहाकार मच गया. अब राफेल का जो नया बैच भारत आने वाला है, उसमें भारत ने अपने हिसाब से कुछ बदवाल भी करवाएं हैं, जिससे कम तापमान में भी ये विमान आसानी से स्टॉर्ट हो सकते हैं. भारत पहुंचे पांच राफेल विमानों की 250 घंटे से भी ज्यादा की उड़ान और फील्ड फायरिंग टेस्ट किए जा चुके हैं, ताकि युद्ध के हालात में राफेल LAC और LOC के मौसम और मिजाज से वाकिफ हों. इसको देखते हुए ही बाकी के आने वाले विमानों में कुछ बदलाव कराए गए हैं.
दूसरी ओर राफेल के नाम से लगी चोट को सहलाने के लिए चीन ने अपने चेंगदू J- 20 और पाकिस्तान ने अपने JF- 17 लड़ाकू विमान को राफेल से बेहतर बताया, लेकिन सच ये है कि ये दोनों ही राफेल के मुकाबले कम ताकतवर हैं. अब पाकिस्तान के आका चीन के सुपर हथियार J- 20 से ही इसकी तुलना कर लीजिए. राफेल की टॉप स्पीड है 2222 किलोमीटर प्रति घंटा है, जबकि चीनी फाइटर प्लेन जे- 20 की मैक्सिम स्पीड है 2100 किलो मीटर प्रति घंटा. इसके अलावा राफेल की रेंज 3700 KM है, जबकि जे- 20 की रेंज 3400 किलो मीटर है. राफेल वजन में भी चीनी लड़ाकू विंमान जे-20 से हल्का है. राफेल का वजन है 24,500 किलोग्राम जबिक जे- 20 का वजन 34 से 37 हजार किलो तक है.