प्रेमिका को पाने के जूनून में बना हत्यारा.. फिर गुमराह करने रचा षड़यंत्र.. स्कूटी में लेकर गया लाश को ठिकाने लगाने
मुंगेली 11 जून। मुंगेली पुलिस को ब्लांइड मर्डर की गुत्थी सुलझाने में बड़ी कामयाबी मिली है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट, साइबर सेल और सीसीटीवी फुटेज की मदद से पुलिस महज 3 दिनों के भीतर मृतक की पहचान करने के साथ हत्या के आरोपियों को गिरफ्तार करने में कामयाब रही. पुलिस की तफ्तीश में मामला प्रेम प्रसंग का निकला. एसएसपी गिरजा शंकर जायसवाल ने पूरी मर्डर मिस्ट्री की खुलासा करते हुए बताया कि 7 जून को ग्राम रेहुंटा स्थित शराब भट्ठी के पीछे एक अज्ञात युवक की लाश मिलने की सूचना मिली थी. सिटी कोतवाली पुलिस के मौके में जाकर तस्दीक करने पर मृतक की पहचान मुंगेली के खर्रीपार निवासी नरेन्द्र श्रीवास पिता शिवनारायण श्रीवास (25 साल) के तौर पर हुई. इसके साथ ही मृतक के शव का पंचनामा कार्यवाही पश्चात शव का पोस्टमार्टम जिला अस्पताल मुंगेली से कराया गया.
पीएम रिपोर्ट से खुलासा
मृतक नरेन्द्र श्रीवास की शार्ट पीएम रिपोर्ट में बताया गया कि मौत गला दबाने से सांस की गति अवरूद्ध होने के कारण हुई है, जिसके आधार पर पुलिस ने हत्या का अपराध दर्ज किया. इसके बाद पुलिस ने पड़ताल शुरू की, जिसमें संबधितों के करीबन 500 मोबाइल नंबरों का कॉल डिटेल साइबर सेल से टॉवर डम्प करने के साथ घटना स्थल के आस-पास के सीसीटीवी कैमरा फुटेज लिया गया, जिसके बाद आरोपीगण शिवम साहू, अजय धुरी और राकेश श्रीवास को अलग-अलग पुलिस टीम भेजकर बिलासपुर और रायपुर से पकड़कर लाया गया.
प्रेमिका को पाने की चाहत में बना हत्यारा
आरोपी राकेश श्रीवास ने पूछताछ में बताया कि नरेन्द्र श्रीवास की पत्नी पूजा श्रीवास से उसका प्रेम संबध था, जिसे नरेन्द्र जान चुका था. ऐसे में अपनी प्रेमिका को पाने की चाहत में राकेश ने नरेन्द्र को रास्ते से हटाने उसकी हत्या की पूरी प्लानिंग बना लिया.
ऐसे दिया घटना को अंजाम
एसएसपी ने बताया कि प्लानिंग के अनुसार, राकेश बिलासपुर जिले के सीपत स्थित अपने मामा गांव से अपने दोस्तों को बुलाकर घटना को अंजाम दिया. इसमें राकेश के साथी आरोपी शिवम साहू ने पहले विनोद श्रीवास के जरिए नरेन्द्र श्रीवास को फोन के जरिए बुलाया. नरेंद्र के पहुंचने पर उसे बाइक में बिठाकर रेहुटा भट्ठी पहुंचे, जहां से शराब की बोतल लेकर विनोद श्रीवास के घर पहुंचे, जहां पहले से ही राकेश श्रीवास मौजूद था. राकेश ने नरेंद्र से बीतचीत में प्रेम संबंध की वजह से पूजा को पिटने पर गुस्सा जताते हुए उसे जबरन सल्फाश की गोलियां खिला दी. लेकिन आधे घंटे भर बाद भी उसके जीवित रहने पर तौलिया से उसका गला दबाकर हत्या कर दी.
पुलिस को चकमा देने की चालाकी
नरेंद्र को मौत के घाट उतारने के बाद राकेश ने छोटू उर्फ सत्यनारायण को बुलाया. इसके बाद स्कूटी में नरेंद्र को सत्यनारायण उर्फ छोटू को पकडाकर बैठ गया. आरोपी राकेश ने रेहुटा शराब भट्ठी के पीछे नीम पेड़ के नीचे ले जाकर मृतक नरेन्द्र को लेटा दिया. पुलिस को चकमा देने के लिए मृतक की बगल में उसके पहने चप्पल को दोनों पैर के पास रखने के साथ 8 पीएम शराब की खाली बोतल को शव के पास रख दिया. लेकिन उनकी चालाकी धरी रह गई और पुलिस ने तीन दिन में मामले की गुत्थी सुलझाते हुए धारा 302, 201, 120 बी 34 भादवि के तहत अपराध दर्ज कर 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है.