मानसून से पहले होगी निगम द्वारा स्वच्छता ड्राईव

कोरबा 11 जून। छत्तीसगढ़ के बड़े नगरीय निकायों में शामिल नगर पालिक निगम कोरबा के पास जहां भारी-भरकम बजट है, वहीं इसी हिसाब से अलग-अलग कार्यों के लिए संसाधन भी। निगम के 67 वार्डों में अधोसंरचना विकास के साथ-साथ क्षेत्र की जनता को जरूरी सुविधाएं देने से लेकर अन्य कार्यों की जिम्मेदारी निगम के कंधे पर है। मौजूदा सीजन में स्वच्छता को लेकर विशेष फोकस है।

मानसून से ठीक पहले निगम के द्वारा छोटे-बड़े नालों की सफाई पर ध्यान दिया गया। एक बारिश के बाद स्वच्छता ड्राइव फिर से शुरू होगी।पूर्ववर्ती मध्यप्रदेश के दौरान 1998 में नगर पालिक निगम का गठन विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण को भंग करने के साथ किया गया। इन 26 वर्षों में नगर निगम ने कई उतार-चढ़ाव का सामना जरूर किया लेकिन हर दृष्टिकोण से मजबूती को लेकर काम किया गया। समय के साथ निगम क्षेत्र का दायरा बढ़ा और इसी हिसाब से जरूरतें भी। इस बात को ध्यान में रखते हुए अलग-अलग स्तर पर संसाधनों की बढ़ोत्तरी की गई और अनुपातिक दृष्टिकोण से मापदंडों पर काम भी किया गया। नगर निगम कोरबा के वरिष्ठ स्वच्छता अधिकारी डॉ. संजय तिवारी ने बताया कि स्वच्छता सबसे बड़ी जरूरत है और इस दिशा में हमारा संस्थान पूरी प्रतिबद्धता के साथ काम कर रहा है। शासन के दिशा निर्देश पर ऐसे कार्यों को संपादित किया जाना जारी है। मानसून को ध्यान में रखते हुए पहले ही छोटे-बड़े नालों की सफाई करा ली गई और वहां पर मौजूद अपशिष्ट का निपटान कराया गया। इसके जरिए पेश आने वाली समस्याओं और आशंकाओं को दूर करने की कोशिश की गई।

डॉ. तिवारी ने बताया कि निगम स्वच्छता संबंधी सभी प्रकार के कार्यों को रूटीन मेनपावर के माध्यम से करता रहा है। यही इसकी कार्यप्रणाली का हिस्सा है। इसके लिए अलग से और काई व्यवस्था नहीं है। स्वच्छता से जुड़े कार्यों के लिए जो संसाधन होने चाहिए, वे हमारे पास पर्याप्त हैं और इनकी उपयोगिता बराबर सुनिश्चित हो रही है। पहली बारिश के बाद एक बार और संबंधित क्षेत्रों का निरीक्षण करते हुए सफाई का काम कराया जाएगा। हालिया बारिश के बाद कुछ क्षेत्रों से जिस तरह की सूचनाएं पहुंची है उस पर संज्ञान लेने के साथ प्रभावी कदम उठाए जा रहे हैं।

याद रहे नगर पालिक निगम को राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर स्वच्छता के क्षेत्र में विशेष भूमिका निभाने के लिए कई मौके पर पुरस्कृत किया जा चुका है। लगातार उसने अपनी रैंकिंग में सुधार किया है। निगम महापौर और आयुक्त के सतत निर्देशन और मार्गदर्शन में पूरी टीम ने स्वच्छता संबंधी कार्यों में बढ़-चढकर हिस्सा लिया।

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