मस्तिष्क में था मेडिकल कॉलेज की स्थापना का विचारः सांसद ज्योत्सना
कोरबा 05 जून। कोरबा लोकसभा क्षेत्र की नवनिर्वाचित सांसद ज्योत्सना महंत ने आज पत्रकारों से बातचीत में इस बात को स्पष्ट किया कि कोरबा में मेडिकल कॉलेज की स्थापना सुविचारित योजना के अंतर्गत की गई। उनके ससुर स्वर्गीय बिसाहू दास महंत की मृत्यु समय पर प्राथमिक चिकित्सा नहीं मिलने के कारण हुई थी। यह टीस मन मे थी। उन्हें श्रद्धांजलि देने और जनता की सेवा करने के उद्देश्य से इस काम को मेडिकल कॉलेज के माध्यम से किया।
कोरबा से दूसरी बार सांसद निर्वाचित हुई ज्योत्सना महंत ने चर्चा में कहां की कोरबा क्षेत्र में अलग-अलग विषय से जुड़ी हुई समस्याएं ज्यादा है। एक मामले का समाधान कर दिया जाए तो दूसरा विषय सामने प्रस्तुत हो जाता है यह अपने आप में चुनौती भी हैं। पिछले 5 वर्ष के कार्यकाल में ऐसी अनेक चीज सामने आई और उनके समाधान के लिए संसद के स्तर पर समुचित प्रयास किया गया और लोगों को राहत देने की कोशिश की गई। रेलवे सुविधाओं के साथ-साथ विस्थापित वर्ग से संबंधित समस्याओं को हल करने के लिए लगातार काम किया जा रहा है। उन्होंने कहां की इस चुनाव में निष्क्रियता से संबंधित आरोप भी लगे। हालांकि चुनाव मैदान में बिना विचलित हुए अपनी भूमिका निभाई गई। उन्होंने स्वीकार किया कि कई मौके पर अलग-अलग विषय को लेकर उनकी खींचाई भी होती रही और यह अत्यंत स्वाभाविक भी है। लोकसभा क्षेत्र से मिली हुई जीत को लेकर उन्होंने कार्यकर्ताओं के साथ-साथ जनता के प्रति आभार जताया।
बताया गया कि कोरबा विधानसभा छोडकर संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली सात विधानसभा सीट पर उन्हें रिकॉर्ड वोट हासिल हुए और आखिरकार जीत का रास्ता साफ हुआ। जिस प्रकार से जनता ने उन्हें एक बार फिर जिम्मेदारी दी है उसे लोकसभा क्षेत्र में विकास को लेकर प्रभावी काम करने का दायित्व सामने है और इसके लिए अच्छी भूमिका निभाई। उन्होंने मीडिया के लोगों से यह भी आव्हान किया कि स्वतंत्र रूप से न केवल लिखे बल्कि उसे ऊपर तक पहुंचाने का काम भी करें।