रामभक्ति का असर, अपराधिक घटनाओं में हो रहा गिरावट

कोरबा 23 जनवरी। कई अवसर ऐसे आते हैं जब अप्रत्याशित रूप से अपराधीक घटनाओं में गिरावट दर्ज होती है और पुलिस विभाग सहूलियत को महसूस करता है। पिछले कुछ दिन से जिले में कुछ ऐसा ही महसूस किया जा रहा है। पुलिसिंग की कसावट और चौतरफा रामभक्ति की बयार का असर कहना होगा, सामान्य दुर्घटना और छुटपुट मामलों को छोडकर बड़े अपराधों में कमी आई है। यह सकारात्मक बदलाव माना जा रहा है।

कहना गलत नहीं होगा कि कोरबा जिला समय के साथ कदमताल करने को तैयार है। ऐसा प्रतीत हो रहा है मानो जिला रामराज की तरफ अपने कदम बढ़ा रहा है। अयोध्या में श्री राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा अभिजीत मुहूर्त में होने और इसके पीछे के मूल बिंदुओं को रेखाअंकित किया गया है। जानकार बताते हैं कि इस प्रकार के समीकरण बनने से राष्ट्रीय और वैश्विक स्तर पर कई प्रकार के बड़े परिवर्तन हो सकते हैं और कुल मिलाकर इसे सामाजिक स्थिति बेहतर होगी। समाज के लिए सबसे बड़े कंटक आपराधिक तत्व माने जाते हैं जो अपनी गतिविधियों के कारण जन सामान्य के लिए परेशानी का कारण बनते हैं। ऐसे तत्वों से निपटने की चुनौती पुलिस के सामने होती है।

ऐसे में अपराध नियंत्रण के साथ-साथ अपराधियों को सबक सिखाने का काम पुलिस को करना होता है। इन सब के बीच जब अपराधों का ग्राफ अचानक काम हो जाए तो इसे किसी चमत्कार से काम नहीं माना जा सकता। एक तरफ कोरबा जिले में 32वा सडक सुरक्षा माह पुलिस मना रही है। सडक पर होने वाली दुर्घटनाओं में कमी लाना इसके पीछे का एक बड़ा उद्देश्य है। पिछले वर्ष सडकों पर हुई घटनाओं में मौत और घायल हुई लोगों की संख्या में कमी लाने को लेकर काम किया जा रहा है। खबर के मुताबिक अयोध्या में निर्मित राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा और इसके निमित्त बड़े स्तर पर चलाए जा रहे अभियान में लोगों की भागीदारी अलग-अलग तरीके से दर्ज हुई है।

सामाजिक दृष्टिकोण के साथ विशेषज्ञ बताते हैं कि जब बड़े स्तर पर जन चेतना का काम होता है तो इसका प्रभाव समाज पर ही पड़ता है और कई प्रकार की बुराइयां बेहद आसान तरीके से नष्ट होती है। गलत दिशा पकडने वाला वर्ग सुधार की दिशा में बढने के लिए मजबूर हो जाता है । शायद यही कारण है कि कोरबा जिले के विभिन्न क्षेत्रों में पुलिस थाना और चौकी स्तर पर राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान से संबंधित कार्यक्रमों की श्रृंखला की शुरुआत से लेकर अब तक गंभीर किस्म के अपराध का ग्राफ सिमटता हुआ नजर आ रहा है। माना जा रहा है कि मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री रामचंद्र को लेकर जो अभियान संचालित हो रहा है उससे कुल मिलाकर नवीन ऊर्जा का संचार चौतरफा हुआ है और इसने अपना जीवंत प्रभाव दिखाया है। पुलिस अधिकारी मानते हैं कि यह हमारे लिए बेहद आश्चर्यजनक है। उम्मीद यह भी की जा रही है कि रामराज की कल्पना को लेकर जो तत्व हमारे दिमाग में आते हैं उसके हिसाब से लोगों में आपसी समन्वय, सद्भाव, सद्व्यवहार, सौजन्यता और परोपकार जैसे गुण विकसित होने जरूरी है। इतना सब हो गया तो अपराध की कल्पना ही दिमाग में नहीं आएगी और इससे रामराज का सपना साकार होगा।

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