कोल इंडिया के स्वतंत्र निदेशकों ने गेवरा में उत्खनन व परिवहन गतिविधियों का किया अवलोकन

कोरबा 24 दिसम्बर। कोयला की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए साऊथ ईस्टर्न कोलफिल्डस लिमिटेड (एसईसीएल) ने कवायद तेज कर दी है। उत्पादन लक्ष्य हासिल करने के साथ ही अधिक कोयला परिवहन करने पर भी जोर दिया जा रहा है। कोल इंडिया के स्वतंत्र निदेशकों ने गेवरा परियोजना में खनन व परिवहन गतिविधियों का अवलोकन कर पूरी स्थिति की जानकारी ली।

शनिवार को कोल इंडिया लिमिटेड (सीआइएल) के स्वतंत्र निदेशक दिनेश सिंह, जी नागेश्वर राव, बी राजेश चंदर, पूनंभाई कलाभाई मकवाना, कामेश कांत आचार्य, अरुण कुमार उरांव एवं घनश्याम सिंह राठौर देश की सबसे बड़ी कोयला खदान गेवरा पहुंचे। यहां उन्होंने कोयला खनन गतिविधियों का नजदीकी से जायजा लिया। खदान में निदेशकगणों द्वारा कोल फेस तक पहुंचकर वर्टीकल रीपर का संचालन एवं बिना किसी ब्लास्टिंग किए कोयला खनन किए जाने की भी विधि से रूबरू हुए। मिट्टी निकासी (ओबीआर) गतिविधियों का जायजा लेते हुए उन्होंने 42 क्यूबिक मीटर सावेल व 240 टन डंपर के संचालन के संबंध में स्थानीय अधिकारियों से जानकारी ली। गेवरा खदान के निरीक्षण से पहले सभी स्वतंत्र निदेशकों ने आम्र कानन में पौधारोपण किया। इस दौरान एसईसीएल से निदेशक तकनीकी सह योजना-परियोजना एसएन कापरी, निदेशक वित्त जी श्रीनिवासन एवं गेवरा महाप्रबंधक एसके मोहंती भी निदेशकों के साथ उपस्थित रहे।

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