गेवरा खदान में नियोजित आउटसोर्सिंग कंपनियों में रोजगार की मांग को लेकर किया प्रदर्शन
कोरबा 06 दिसम्बर। गेवरा खदान में नियोजित आउट सोर्सिंग कंपनियों में स्थानीय बेरोजगारों के बजाय अन्यत्र के लोगों की भर्ती पर रोक लगाने की मांग करते हुए भू-विस्थापितों ने महाप्रबंधक कार्यालय समक्ष प्रदर्शन किया। खदान प्रभावितों को रोजगार देने की मांग करते हुए प्रबंधन को ज्ञापन सौंपा। साथ ही कहा कि मांग पूरी नहीं होने पर मिट्टी निकासी (ओबी) और कोयला परिवहन रोकने की चेतावनी दी।
विधानसभा चुनाव समाप्त होते ही भू-विस्थापितों ने अपनी लंबित मांग को लेकर पुनः आंदोलन का रास्ता अख्तियार कर लिया। साऊथ ईस्टर्न कोलफिल्ड्स लिमिटेड (एसईसीेएल) की खदानों में नियोजित ठेका कंपनियों में स्थानीय के बजाए बाहरी लोगों को काम पर रखा जा रहा है। इसका भू-विस्थापित प्रारंभ से विरोध कर रहे हैं और स्थानीय लोगों को रोजगार देने की मांग कर रहे हैं। चुनाव आचार संहिता लगने के पहले भू-विस्थापितों ने प्रबंधन को पत्र सौंप कर स्थानीय लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने की मांग की थी, पर अभी तक उनकी मांग पूरी नहीं की गई।
मंगलवार को इन भू-विस्थापितों ने गेवरा महाप्रबंधक कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया। साथ ही प्रबंधन को पत्र सौंपते हुए कहा कि दो दिन में बाहरी लोगों को कंपनियों से बाहर कर स्थानीय बेरोजगारों की भर्ती शुरू नहीं की जाती है, तो ओबी व कोयला परिवहन कार्य को रोका जाएगा। संगठन के पदाधिकारी रुद्र दास महंत, संतोष चौहान, संतोष दास महंत, प्रकाश कोर्राम, ललित महिलांगे ने कहा कि कोयला खदान विस्तार के लिए झूठा आश्वासन देकर किसानों की जमीन हथिया लिया जाता है और रोजगार, मुआवजा और बसाहट की समस्या का निराकरण नहीं किया जाता। रोजगार की उम्मीद में भटकते भू- विस्थापित और प्रभावित बेरोजगारों को रोजगार देने के लिए बहानेबाजी किया जाता है। किंतु अब युवा बेरोजगारों को उनका हक दिलाने के लिए संगठन अपना आंदोलन तेज करेगा।
मकानों के मुआवजा और पुराने रोजगार के मामले को लेकर संगठन नई रणनीति बनाकर आंदोलन का विस्तार करेगा। इस दौरान रामाधार यादव, नरेन्द्र कुमार, देवेंद्र कुमार, गुरुदत्त मेश्राम, विनोद चौहान, समारु दास, रविदास, दीपक दास, अर्जुन दास, राजन सिंह, अशोक कुमार, शंभू बेहरा, ईश्वर सिंह, देवनारायण साहू, शैलेंद्र सिंह, महावीर साहू, नरेन्द्र मानिकपुरी, अश्वनी कुमार, तिरिथराम, फूलेन्द्र सिंह, हरिहर साहू, मोहनलाल यादव, भरत लाल यादव, नंदकुमार, फुल दास, प्यारेलाल, प्रीतम दास, प्रियांशु सोनी, तिलक कुमार, प्रमोद कुमार कश्यप, रवि चंद्रा, अमर दास, जीवराखन यादव समेत अनेक भू-विस्थापित बेरोजगार उपस्थित रहे।