भूपेश बघेल प्रदेश की सेवा के लिये नहीं गांधी परिवार की सेवा के लिये मुख्यमंत्री बने हैं: कौशिक
पूर्व विधानसभा अध्यक्ष धरमलाल कौशिक ने रामपुर विधानसभा में आयोजित आम-सभा को किये सम्बोधित
कोरबा 23 सितम्बर। पूर्व विधानसभा अध्यक्ष धरमलाल कौशिक ने भारतीय जनता पार्टी के द्वारा निकाली गई परिवर्तन यात्रा के द्वितीय चरण में शामिल होकर रामपुर विधानसभा क्षेत्र के करतला में आयोजित आम सभा को संबोधित किये इस दौरान उन्होंने कहा कि कांग्रेस की उलटी गिनती शुरू हो चुकी है इससे पहले भी 2003 में भी बीजेपी ने यात्रा निकली थी और कांग्रेसी कुशासन को जड़ से उखाड़ फेंका था। आज इतिहास फिर स्वयं को दोहरा रहा है और एक बार फिर परिर्वतन यात्रा निकली है और इस बार भी सीएम भूपेश बघेल वाली कांग्रेसी कुशासन को हम जड़ से उखाड़ फेकेगें।
छत्तीसगढ़ के वासियों ने बीजेपी के 15 वर्ष का विकास देखा है किन्तु प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इन पांच सालों में प्रदेश के विकास को गर्त पर ढ़केल दिया है। इस यात्रा में हमें प्रदेश का विकास ढुंढने से नहीं मिल रहा है तो भूपेश बघेल कौन से विकास की राग अलापते है। उन्होंने कहा कि भूपेश बघेल छत्तीसगढ़ की जनता के सेवा के लिये नहीं बल्कि गांधी परिवार की सेवा के लिये मुख्यमंत्री बने है। जिस तरह से प्रदेश में शाराब माफिया, कोल माफिया, रेत माफिया, आयरन माफिया, सिंमेट माफिया, गांजा तस्करों का बोलबाला है इससे स्पष्ट हो जाता है कि प्रदेश में पुरी तरह से स्वतंत्र केवल इन्हीं लोग है और यह कार्य बिना संरक्षण के होना असंभव है।
पूर्व विधानसभा अध्यक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार पहली ऐसी सरकार है जिन्होंने कम समय में करोड़ों रु का घोटाला किया है 500 करोड़ से अधिक का कोयला घोटाला किया, 600 करोड़ का पीडीएस घोटाला, 5000 करोड़ का प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना में घोटाला, 1300 करोड़ का गौठान घोटाला किया साथ ही जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव नजदिक आ रहा है वैसे-वैसे सिमेंट, रेत और छड़ की किमत बढ़ाकर अपने खजाना भरने की नई स्किम चला रहे है। उन्होंने कहा कि इस परिवर्तन यात्रा में लागातार लोगो की बड़ती संख्या और उनका समर्थन गवाही दे रहा है कि कांग्रेस के कुशासन की ताबाही का परमानेंट अंत होने का तय है। इस आमसभा में कोरबा में क्षेत्रवासियों ने यह स्पष्ट कर दिया है कि अब कोरबा के साथ-साथ पूरा छत्तीसगढ़ कांग्रेस के काले शासन से मुक्त होकर पुन: विकास की ओर बढऩे जा रहा है।