पाली-तानाखार में कांग्रेस में विवाद गहराया: विधायक समर्थक हुए खड़े, कांग्रेस को नुकसान होने का खतरा
कोरबा 28 अगस्त। पाली-तानाखार के विधायक मोहितराम केरकेट्टा को टिकट दिए जाने पर हार जाने की बात कहते हुए जिस ब्लाक अध्यक्ष ने छत्तीसगढ़ प्रभारी कुमारी शैलजा को पत्र लिखा था, अब उसके विपक्ष में विधायक के समर्थक खड़े हो गए हैं। प्रत्याशी चयन से पहले जिस तरह से यहां आपस में विवाद हो रहा, उससे कांग्रेस को नुकसान होने की खतरा गहराने लगा है।
विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही चुनावी सरगर्मी तेज़ होने लगी है। आरोप प्रत्यारोप का दौर भी शुरू हो गया है। आमतौर पर पक्ष और विपक्ष के बीच घमासान देखा जाता है, पर पाली. तानाखार विधानसभा में कांग्रेस के लोग आपस में ही टकरा रहे हैं। पोड़ी. उपरोड़ा के ब्लाक अध्यक्ष असमेर सिंह पोर्ते ने पिछले दिनों कुमारी शैलजा के कोरबा आगमन पर एक पत्र सौंपा था, जिसमें उन्होंने मोहितराम पर निष्क्रियता का आरोप लगाते हुए संगठन के लोगों की उपेक्षा किए जाने का गंभीर आरोप लगाया था, साथ ही उन्होंने यह भी कह दिया था कि पार्टी यदि उन्हें टिकट देगी, तो वे हार जाएंगे।
अब विधायक के पक्ष के कार्यकर्ताओं ने पोर्ते के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए उन्हें ब्लाक अध्यक्ष पद से हटाए जाने की मांग की है। इस मुद्दे को लेकर विधायक समर्थकों ने बांगो में बैठक कर कहा कि पोर्ते की यह एक सोची समझी साजिश है। साढ़े चार वर्षों से ब्लाक अध्यक्ष रहने के बावजूद पोर्ते ने कार्यकर्ताओं की कभी कोई बैठक नही ली और पाली-तानाखार विधानसभा में कांग्रेस से दावेदारी कर रहे हैं। सभी ब्लाक अध्यक्ष, कार्यकर्ता एवं सरपंच संघ ने पोर्ते को पद से हटाने की मांग को लेकर जिला कांग्रेस कमेटी कोरबा व प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पास जाने की तैयारी कर ली है।