पर्यावरण संरक्षण के साथ प्रदूषण मुक्त कोरबा के लिए भाकपा ने किया प्रदर्शन, सौंपा ज्ञापन
कोरबा 18 अप्रैल। भाजपा भगाओ, कम्युनिस्ट पार्टी लाओ, संविधान बचाओ, देश बचाओ, लोकतंत्र बचाओ व जिले को प्रदूषण मुक्त करो के नारे के साथ भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी जिला परिषद ने धरना प्रदर्शन किया। तदुपरांत कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया।
सुभाष चौक निहारिका में आयोजित धरना प्रदर्शन को संबोधित करते हुए भाकपा के जिला सचिव पवन कुमार वर्मा ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा संविधान लोकतंत्र के अस्तित्व धर्मनिरपेक्षता और समाजवाद के गणतंत्र की मुख्य मूल्यों को कुचला जा रहा है। अत्याचार बढ़ रहे हैं, पूंजीवाद हमारे देश के मूल्य संसाधनों को खा रहा है और केंद्र सरकार द्वारा इसे प्रोत्साहित किया जा रहा है। अदाणी ग्रुप की कंपनियों की सरकार एक संसदीय कमेटी गठित कर जांच करें। राष्ट्रीय संपत्तियों को चंद चुनिंदा लोगों को औने.पौने दामों में बेचा जा रहा है।
बंदरगाहों, हवाई अड्डों, रेलवे स्टेशन, बैंक, जीवन बीमा निगम समेत तमाम नवरत्न व महानवरत्र कंपनियों को अपने कारपोरेट मित्रों के हवाले केंद्र सरकार कर रही है। देश के आम लोग महंगाई की मार झेल रहे हैं। उन्होंने कहा कि योजनाबद्ध तरीके से रोजी रोजगार के अवसर में कटौती की जा रही है। वर्मा ने कहा कि किसान एवं अपने लिए पुन: कृषि उत्पाद को खरीदते हैं तो उन्हें कई गुना अधिक कीमत पर खरीदना पड़ता है और उस पर कमरतोड़ महंगाई जो मौजूदा केंद्र सरकार द्वारा पोषित है किसान समेत समाज के सामने जीने का संकट पैदा कर दिया है। कोरबा जिले में प्रदूषण से आम जनता का जीना मुश्किल हो गया है आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं। एसईसीएल, एनटीपीसी, सीएसबी, बाल्को द्वारा प्रदूषण फैलाया जा रहा है।
भाकपा ने कई बार ध्यान आकर्षण कराया, आम जनता के साथ आंदोलन किया, पर कोई सकारात्मक पहल नहीं हुई। भाकपा की मांग है कि प्रदूषण की रोकथाम के लिए राख का परिवहन ट्रक के स्थान पर बलकर कैप्सूल से किया जाए। इस दौरान पूर्व जिला सचिव दीपेश मिश्रा, सहायक जिला सचिव रेवत प्रसाद मिश्रा, सहायक जिला सचिव अनूप सिंह, कोषाध्यक्ष धर्मेंद्र तिवारी, केपी डडसेना, एसके प्रसाद, एनके दास, सुभाष सिंह, कमर बाक्स, ज्ञानचंद साहू, आरपी मिश्रा, राममूर्ति दुबे, सीके सिन्हा, परदेसी साहू, नरेश खुटे, शशि नायर, मनीराम खांडे, घनश्याम पटेल, संतोषी बरेढ, विजयलक्ष्मी चौहान, इंद्राणी श्रीवास, बबली बरेढ, रंभा भाई, बुधवारी सारथी, शिवकुमार, संजीव राय, परदेसी साहू, मोहन कर्ष मुनीराम लाठिया, रामलाल देवांगन, सीदाम दास समेत काफी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित रहे।