अविभाजित मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री पं.श्यामाचरण शुक्ल की जयंती एवं चन्द्रशेखर आजाद दिवस मनाया गया
कोरबा 27 फरवरी। कोरबा शहर के कांग्रेस कार्यालय टी.पी. नगर में अविभाजित मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री पंडित श्यामाचरण शुक्ल की जयंती एवं चन्द्रशेखर आजाद दिवस मनाया गया। सर्वप्रथम उपस्थित कांग्रेसजनों के द्वारा पंडित श्यामाचरण शुक्ल एवं चन्द्रशेखर आजाद के तैलचित्र पर माल्यार्पण कर पुष्पांजलि अर्पित की गई।
अपने उद्बोधन में राजकिशोर प्रसाद ने पंडित श्यामाचरण शुक्ल के जीवन पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होने कहा कि श्री शुक्ल एक अनुभवी एवं भविष्य दृष्टा राजनीतिक व्यक्ति थे। किसानों की उन्नति के लिए उनके दिल में गहरी चिन्ता रहती थी। कृषि उपज में वृद्धि के लिए सिंचाई परियोजनाओं के शुरूआत एवं उसके सफल होने का सपना उन्होनें ही देखा था। जिला कांग्रेस अध्यक्ष सपना चौहान ने श्री शुक्ल को मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के किसानों के विकास के लिए पथ प्रदर्शक कहा। उन्होने बताया कि श्री शुक्ल सात बार विधायक निर्वाचित होने के साथ तीन बार अविभाजित मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री का पदभार भी संभाला एवं महासमुंद लोकसभा क्षेत्र से सांसद भी निर्वाचित हुए। मध्यप्रदेश एवं छत्तीसगढ़ में सिंचाई परियोजनाएं उन्ही की सोच का परिणाम कहे तो कोई अतिश्योक्ति नही होगी।
ब्लॉक अध्यक्ष संतोष राठौर ने कहा कि आज का दिन सभी भारतवासियों को देश के लिये शहीद हुए क्रांतिकारियों से प्रेरणा लेने का है। उन्होने अपना सर्वस्व देश की आजादी के आंदोलन में न्यौछावर कर दिया। ऐसे महापुरुष युगों-युगों तक भारतीयों के हृदय में बने रहेंगे। पार्षद मस्तूल कंवर ने शहीद चन्द्रशेखर आजाद को एक महान क्रांतिकारी बताया। 15 वर्ष के उम्र मे ही चन्द्रशेखर आजाद के मन में स्वतंत्रता के प्रति ऐसा ज्वार उमड़ा कि वे पढ़ाई छोड़कर महात्मा गांधी के असहयोग आंदोलन में सम्मिलित हो गये। जब कभी भी उन्हे मौका मिला, अंग्रेजों के इशारे पर पुलिस कर्मियों द्वारा किये जा रहे अत्याचार और बर्बरता का प्रतिकार किया। जिला कांग्रेस कमेटी कोरबा प्रवक्ता सुरेश कुमार अग्रवाल ने देश की स्वतंत्रता की लड़ाई में महापुरूषों के योगदान का जिक्र किया।
कांग्रेस सेवादल अध्यक्ष प्रदीप पुरायणे ने कहा कि शहीद चन्द्रशेखर आजाद निस्वार्थ देशभक्ति, अदम्य साहस, स्वतंत्र एवं सबल राष्ट्रीय प्रवृत्ति के कारण वे न केवल उग्र राष्ट्रवाद के अभिन्न घटक थे बल्कि स्वतंत्र भारत के महान निर्माताओं मे से एक थे। इस अवसर पर अशोक भैना, राजू यादव, देवेंद्र नेताम, सुरेन्द्र कश्यप, इकबाल खान, अमृता उरांव सहित अन्य कांग्रेसजनों ने कार्यक्रम में सहभागिता दी।