बड़े बकायादार 25 फरवरी तक जमा करे बकाया राशि, अन्यथा सील होंगे भवन दुकान
कोरबा 22 फरवरी। आयुक्त श्री प्रभाकर पाण्डेय ने निगम के बड़े बकायादारों द्वारा बकाया राशि जमा न करने को गंभीरता से लेते हुए अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए हैं कि बड़े बकायादारों से 25 फरवरी तक सम्पूर्ण बकाया राशि निगम कोष में जमा कराएं यदि उक्त अवधि में उनके द्वारा बकाया राशि जमा नहीं की जाती तो भवन, दुकान, प्रतिष्ठान को सील करने की कार्यवाही करें। उन्होने अनियमित विकास के नियमितीकरण के संबंध में सर्वेक्षण का कार्य शीघ्र पूरा करने तथा अनियमित निर्माण के शतप्रतिशत प्रकरणों के आवेदन जमा कराने के निर्देश भी अधिकारियों को दिए।
आयुक्त श्री प्रभाकर पाण्डेय ने आज नगर पालिक निगम कोरबा के मुख्य प्रशासनिक भवन साकेत में निगम के जोन कमिश्नरों, अभियंताओं व अन्य अधिकारियों की बैठक लेकर निगम के विविध कार्यो की बिन्दुवार समीक्षा की। यहॉं उल्लेखनीय है कि एक बड़ी संख्या निगम के ऐसे बकायादारों की है, जिन पर 50 हजार रूपये से 08-10 रूपये तक की कर राशि बकाया है, निगम द्वारा डिमांड, नोटिस, वारंट आदि की सभी औपचारिकताएं पूर्ण किए जाने एवं बार-बार समझाईश दिए जाने के बावजूद इनके द्वारा बकाया राशि जमा नहीं कराई जा रही, जिसे गंभीरता लेते हुए आयुक्त श्री प्रभाकर पाण्डेय ने निगम अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए हैं कि इन बड़े बकायादारों से 25 फरवरी तक बकाया राशि जमा कराएं अन्यथा उनके भवन, दुकान, प्रतिष्ठान को सील करने की कार्यवाही करें। उन्होने राजस्व वसूली कार्यो में तेजी लाने तथा निर्धारित लक्ष्यों को प्राप्त करने के निर्देश भी अधिकारियों को दिए। अनियमित विकास के नियमितीकरण संबंधी कार्यो की समीक्षा करते हुए आयुक्त श्री पाण्डेय ने सर्वेक्षण का कार्य शीघ्र पूरा करने तथा सर्वे में प्राप्त अनियमित विकास के शतप्रतिशत प्रकरणों पर आवेदन जमा कराने के निर्देश अधिकारियों को दिए। अनियमित निर्माण के लगभग 3500 प्रकरणों पर नोटिस जारी की गई है तथा 25 भवनों, दुकानों पर सीलिंग की कार्यवाही भी कराई गई है। आयुक्त श्री पाण्डेय ने अधिकारियों से कहा कि जिन प्रकरणों पर नोटिस जारी की गई है, उन्हें फालोअप करें तथा अनिवार्य रूप से आवेदन जमा कराएं, इसी प्रकार जमा होने वाले आवेदनों पर नियमितीकरण की कार्यवाही पूरी करें।
शासकीय योजनाओं की कार्यप्रगति की समीक्षा – आयुक्त श्री प्रभाकर पाण्डेय ने बैठक के दौरान शासन की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं की कार्यप्रगति की योजनावार समीक्षा की तथा योजनाओं के त्रुटिरहित संचालन के संबंध में अधिकारियों का मार्गदर्शन किया। उन्होने गोधन न्याय योजना, मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना, श्री धन्वंतरी योजना, मुख्यमंत्री मितान योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना सहित अन्य योजनाओं की कार्यप्रगति की समीक्षा करते हुए गोबर की खरीदी, कम्पोस्ट का निर्माण एवं बिक्री, मोबाईल मेडिकल यूनिटों में दवाओं की उपलब्धता एवं जांच की सुविधा, जेनेरिक दवाओं की बिक्री एवं दवा खरीदी पर लोगों को हुई बचत, मितान योजना अंतर्गत लाभान्वित हितग्राहियों की संख्या, पी.एम.ए.वाई.अंतर्गत आवासगृहों का निर्माण एवं उनका आबंटन, प्रगतिरत आवासगृहों की संख्या आदि की जानकारी लेते हुए योजनाओं के बेहतर संचालन के संबंध में अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
पेयजल व्यवस्था पर फोकस – आयुक्त श्री पाण्डेय ने अधिकारियों से कहा कि ग्रीष्म ऋतु का आगमन होने जा रहा है, इस मौसम में कहीं पर भी पेयजल की दिक्कत न हों, पर्याप्त पानी की उपलब्धता बनी रहे, पेयजल आपूर्ति बाधित न हो तथा लोगों के घरों तक पेयजल की आपूर्ति बिना बाधा के हो, यह सुनिश्चित कराएं। उन्होने कहा कि सम्पूर्ण निगम क्षेत्र में पाईप लाईनें बिछाई जा चुकी है किन्तु यदि आवश्यकता पड़े तो पेयजल आपूर्ति हेतु पानी टैंकरों का भी पूरा उपयोग करें।
विकास व निर्माण कार्यो की समीक्षा – बैठक के दौरान आयुक्त श्री पाण्डेय ने निगम के प्रगतिरत व प्रस्तावित विकास एवं निर्माण कार्यो की कार्यप्रगति की जोनवार समीक्षा की। उन्होने जिला खनिज न्यास मद, अधोसंरचना, वित्त आयोग मद, निगम मद, सांसद मद, विधायक मद, महापौर मद, पार्षद मद, एल्डरमेननिधि, मरम्मत संधारण सहित अन्य विभिन्न मदों के अंतर्गत कराए जा रहे कार्यो की कार्यप्रगति की जोनवार समीक्षा करते हुए कार्यो में तेजी लाने व निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने के निर्देश अधिकारियों को दिए।
विविध कार्यो की समीक्षा – आयुक्त श्री पाण्डेय ने निगम की पेयजल व्यवस्था के साथ ही साफ-सफाई व्यवस्था, विशेष सफाई अभियान, सड़क रोशनी व्यवस्था, रैनवाटर हार्वेस्टिंग, पेंशन प्रकरण, एस.एल.आर.एम.सेंटरों की व्यवस्थाएं, निगम क्षेत्र के 04 स्थानों पर गीले कचरे से खाद बनाने हेतु कम्पोस्ट पिट एवं शेड निर्माण, लेगेसी वेस्ट निपटान आदि के साथ-साथ निगम के मुख्य कार्यालय साकेत एवं सभी जोन कार्यालयों की आवश्यक व्यवस्थाओं की समीक्षा की एवं व्यवस्थाओं को चुस्त-दुरूस्त करने, कार्यप्रगति में तेजी लोन के निर्देश अधिकारियों को दिए।
टी.एल.प्रकरणों का निराकरण समयसीमा में – आयुक्त श्री पाण्डेय ने बैठक के दौरान मुख्यमंत्री जनदर्शन, कलेक्टर जनदर्शन, कलेक्टर टी.एल., निगम टी.एल., पी.जी.एन. प्रकरण, शासन द्वारा प्राप्त पत्रों, जनसमस्याओं से जुड़े प्रकरणों आदि के निराकरण की बिन्दुवार समीक्षा करते हुए अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए कि इन सभी प्रकरणों का निराकरण समयसीमा में हों, यह अनिवार्य रूप से सुनिश्चित करें।
बैठक के दौरान अपर आयुक्त खजांची कुम्हार, अधीक्षण अभियंता एम.के.वर्मा, उपायुक्त पवन वर्मा, बी.पी.त्रिवेदी, जोन कमिश्नर ए.के.शर्मा, आर.के.माहेश्वरी, एम.एन.सरकार, एन.के.नाथ, विनोद शांडिल्य, तपन तिवारी, कार्यपालन अभियंता भूषण उरांव, स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.संजय तिवारी व सुनील वर्मा, राजस्व अधिकारी अशोक बनाफर, रघुराज सिंह, अनिरूद्ध सिंह, के.एस.क्षत्री, सहायक अभियंता डी.सी.सोनकर, प्रकाश चन्द्रा, योगेश राठौर, राकेश मसीह, एच.आर.बघेल, विवेक रिछारिया, राहुल मिश्रा, देवेन्द्र स्वर्णकार, गोयल सिंह विमल, यशवंत जोगी, रमेश सूर्यवंशी,अजय शुक्ला, गुलिस्ता साहू, अंजुला अनंत, अंजुलता तिग्गा, सुनील तांडे, अनिलराम, सोमनाथ डेहरे, आकाश अग्रवाल आदि के साथ अन्य अधिकारी अभियंतागण उपस्थित थे।