भूविस्थापित किसान कल्याण समिति का चरणबद्ध आंदोलन शुरू
कोरबा 14 जनवरी। उत्पादन क्षमता बढ़ाने खदान के विस्तार में जुटी एसईसीएल गेवरा प्रबंधन के आंशिक अधिग्रहण का भू-विस्थापितों ने विरोध जताया। ऊर्जाधानी भू-विस्थापित किसान कल्याण समिति के बैनर तले शुक्रवार से चरणबद्ध आंदोलन की शुरू हुआ है। पहले चरण में भू-विस्थापितों ने गेवरा खदान किनारे मानव श्रंृखला बनाई। इस दौरान आंशिक अधिग्रहण के बजाय पूर्ण अधिग्रहण व वन भूमि पर बसे मूल निवासियों को 100 फीसदी मुआवजे की मांग की।
गेवरा खदान के विस्तार को लेकर अमगांव, रलिया, उमेंदीभांठा, भठोरा, नराईबोध के भू-विस्थापितों की जमीन का अधिग्रहण किया है। भू-विस्थापितों के आंदोलन का नेतृत्व कर रहे समिति के एसईसीएल गेवरा एरिया के अध्यक्ष दीपक कुमार यादव ने बताया कि एसईसीएल गेवरा ने खदान प्रभावित गांव रलिया, भिलाईबाजार का आंशिक अधिग्रहण किया है। उनकी मांग है कि जब तक पूरा अधिग्रहण नहीं हो जाता, परिसंपत्तियों का मूल्यांकन सर्वे नहीं किया जाए। मांगे पूरी नहीं होने पर 21 जनवरी को खदानबंदी करने बाध्य होंगे। 27 जनवरी से अनिश्चितकालीन खदान बंद कराने का निर्णय लिया है।
वन भूमि पर बरसों से काबिज मूल निवासियों को भी मुआवजा और बसाहट देने की मांग हुई है। खदान के उत्खनन फेस पर हुए इस आंदोलन की अमगांव में ब्रिज कुंवर, अनुसुइया राठौर, रलिया में विजयपाल सिंह तंवर, नरईबोध में रुद्रदास महंत, उमेंदीभांठा में दिलहरण दास, गोपाल बिंझवार ने नेतृत्व करते हुए मानव शृंखला बनाकर खदान घेराबंदी की।