तहसील कार्यालय कोरबा में बार और बेंच में हुआ विवाद, अपर कलेक्टर की पहल पर निकला समाधान
कोरबा 23 नवम्बर। तहसील कार्यालय कोरबा में बैठक व्यवस्था को लेकर बार और बेंच आज आमने-सामने आ गए। घंटो जारी गतिरोध के बाद अपर कलेक्टर ने मौके पर पहुंचकर अधिवक्ताओं से बातचीत की और समस्या का समाधान निकाला। बार और बेंच दोनों ने आपसी सहमति से निकाले गए समाधान पर संतोष जताया है।
दरअसल पिछले सप्ताह जिला अधिवक्ता संघ यानी बार एसोसिएशन ने कलेक्टर कोरबा को एक ज्ञापन सौंपकर तहसील कार्यालय में व्याप्त विभिन्न समस्याओं के समाधान की मांग की थी। इन मांगों में तहसील कार्यालय में अधिवक्ताओं और पक्षकारों के बैठने के लिए व्यवस्था नहीं होने का मुद्दा प्रमुखता से उठाया गया था। साथ ही समस्या का समय सीमा के भीतर निराकरण करने की मांग की थी। बुधवार की सुबह तहसील कोरबा सुरेश देवांगन ने तहसील कार्यालय के प्रवेश द्वार के पास बरामदे में कुछ अधिवक्ताओं द्वारा रखे गए टेबल और कुर्सी को वहां से हटा दिया और बरामदे में खाली हुए स्थान पर नए स्टील बेंच लगवा दिया। अधिवक्ता जब तहसील कार्यालय पहुंचे तो उन्होंने अपने टेबल कुर्सी को बरामदे से नदारद पाया और उसके स्थान पर नए स्टील बेंच लगे हुए पाए। उन्होंने पूछताछ की तब पता चला कि उनके टेबल कुर्सी तहसील कार्यालय परिसर में पूर्व से बने पुराने बार रूम में रख दिया गया है। अधिवक्ता नाराज हो गए। उन्होंने सूचना दिए बगैर किए गए इस परिवर्तन का कड़ा विरोध किया। इस दौरान अधिवक्ता संघ के पदाधिकारियों और तहसीलदार सुरेश देवांगन के मध्य तीखी झड़प भी हुई। बाद में अधिवक्ताओं ने तहसील कार्यालय के मुख्य द्वार पर प्रदर्शन प्रारंभ कर दिया। इस विवाद के कारण तहसील कार्यालय का काम ठप्प हो गया। प्रोटोकाल ड्यूटी में व्यस्त एस डी एम सीमा पुष्पा पात्रे कार्यालय पहुंची और उन्होंने गतिरोध की सूचना अपर कलेक्टर विजेन्द्र पाटले को दी। इसके बाद अपर कलेक्टर तहसील कार्यालय पहुंचे। उन्होंने समस्या के समाधान की पहल करते हुए अधिवक्ता संघ के पदाधिकारियों के साथ एक बैठक आहूत की। बैठक में अधिवक्ताओं ने अपनी मांगें रखी जिन पर एक सप्ताह की समय सीमा में कार्यवाही का निर्णय दोनों पक्षों की सहमति से लिया गया। अपर कलेक्टर विजेन्द्र पाटले ने बार और बेंच में हुई सहमति की जानकारी देते हुए बताया कि बार रुम को रेनेवेट करने, पेयजल व्यवस्था और केन्टीन स्थापना आदि पर प्रशासन ने सकारात्मक सहमति दी और दोनों पक्षों में सुलह हो गयी। बैठक में हाईकोर्ट बार एसोशिएशन के वरिष्ठ सदस्य रविन्द्र पारासर, जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष संजय जायसवाल, उपाध्यक्ष सुरेश शर्मा, सचिव नूतन सिंह और अन्य पदाधिकारियों सहित बड़ी संख्या में अधिवक्ता मौजूद रहे।
द्विपक्षीय बैठक के बाद जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष संजय जायसवाल ने बताया कि अपर कलेक्टर ने तहसील कार्यालय पहुंचकर दिनों पक्ष की बैठक ली और अधिवक्ताओं की समस्याओं के समाधान का भरोसा दिलाया। इसके बाद हमने अपना आंदोलन वापस ले लिया है।