भू-विस्थापितों के नौकरी के लंबित प्रकरणो के निराकरण में लाये तेजी: कलेक्टर श्री झा
कलेक्टर ने एसईसीएल प्रबंधन के अधिकारियों की बैठक लेकर दिए निर्देश
भूमि अधिग्रहण, मुआवजा वितरण, रोजगार के प्रकरणों की भी समीक्षा की
कोरबा 17 नवम्बर। कलेक्टर श्री संजीव झा ने आज एसईसीएल प्रबंधन के अधिकारियों की बैठक लेकर प्रबंधन द्वारा भूविस्थापितों को नौकरी देने के लिए बचे हुए प्रकरणों की जानकारी ली। उन्होंने लंबित प्रकरणों को तेजी से निराकरण करने के निर्देश दिए। कलेक्टर श्री झा ने एसईसीएल क्षेत्र कोरबा, दीपका, कुसमुण्डा एवं गेवरा के महाप्रबंधकों से अभी तक संस्थान द्वारा भू-विस्थापितों को दिए गए नौकरी और मुआवजा वितरण की जानकारी ली।
कलेक्टर श्री झा ने नौकरी देने के लिए बचे हुए लंबित प्रकरणों में तेजी से कार्यवाही करते हुए भू-विस्थापितों के रोजगार की समस्याओं को दूर करने के निर्देश दिए। कलेक्टर श्री झा ने बैठक में एसईसीएल द्वारा भूमि अधिग्रहण और मुआवजा वितरण के लंबित प्रकरणों की भी जानकारी ली। साथ ही तकनीकी समस्याओं और विभागीय समन्वय के कारण रूके हुए प्रकरणों को विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक करके निराकरण के भी निर्देश दिए। बैठक में कलेक्टर श्री झा ने एसईसीएल के खदानों में कोयला चोरी रोकने के लिए किए गये सुरक्षा इंतजामों की भी जानकारी ली। उन्होंने कोयला चोरी रोकने सभी खुले जगहों को बंद करके सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने ऐसे जगहों पर सीआईएसएफ और त्रिपुरा राईफल्स के अधिक संख्या में जवानों की ड्यूटी लगाकर सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने के निर्देश दिए। इस दौरान बैठक में अपर कलेक्टर श्री विजेन्द्र सिंह पाटले, डीएफओ कटघोरा श्रीमती प्रेमलता यादव, एसडीएम कटघोरा श्री कौशल प्रसाद तेंदुलकर, एसडीएम कोरबा श्रीमती सीमा पात्रे सहित एसईसीएल कोरबा, कुसमुण्डा, गेवरा एवं दीपका क्षेत्र के अधिकारीगण मौजूद रहे।
उल्लेखनीय है कि कलेक्टर श्री संजीव झा की विशेष पहल के फलस्वरूप पिछले 05 माह में 65 भू-विस्थापितों को एसईसीएल द्वारा नौकरी दिया गया हैं। कलेक्टर श्री झा भू-विस्थापितों के मुआवजा और नौकरी से संबंधित लंबित समस्याओं के निराकरण के लिए लगातार एसईसीएल के अधिकारियों को निर्देशित कर रहे है। नौकरी के बचे हुए प्रकरणों को जानने और भू विस्थापितों को मुआवजा-नौकरी दिलाने के उद्देश्य से आज एसईसीएल अधिकारियों के साथ महत्वपूर्ण बैठक की।