भू-विस्थापित और ठेका कामगार करेंगे चरणबद्ध आंदोलन


कोरबा 31 अक्टूबर। एसईसीएल सराईपाली खुली खदान से प्रभावित गांव के लोगों व भू.विस्थापितों ने प्रबंधन की नीतियों से परेशान होकर चरणबद्ध आंदोलन की चेतावनी दी है। ऊर्जाधानी भूविस्थापित किसान कल्याण समिति, ग्राम भूविस्थापित समिति, परिवहन चालक संघ की सयुंक्त रूप बैठक में आंदोलन की रणनीति बनी।

बैठक को संबोधित करते हुए ऊर्जाधानी भूविस्थापित किसान कल्याण समिति के केंद्रीय अध्यक्ष सपूरन कुलदीप ने कहा कि मजदूरों का शोषण किया जा रहा है। जिन किसानों की जमीन ली, उनको रोजगार से वंचित कर दिया गया है। प्रबंधन से कई बार आग्रह के बाद भी सुनवाई नहीं हो रही है। इसलिए आंदोलन का निर्णय लिया है। इस दौरान गजेंद्र सिंह, बसन्त कंवर, सन्तोष चौहान, चंदन सिंह, तिरिथ राम केशव, भरत श्रोते, देवसिंह यादव आदि ने आह्वान किया कि सराईपाली परियोजना के प्रभावित भू-विस्थापितों और ड्राइवर, ऑपरेटर सहित अन्य उपस्थित रहे।

ग्रामीण और भू.विस्थापितों की प्रमुख मांगें:-पाली से 3 किमी के दायरे में नजदीक में कॉलोनी विकसित कर पुनर्वास और बसाहट दिया जाए। इसके बदले 20 लाख रुपए दिया जाए। रोजगार के लंबित मामलों का त्वरित निराकरण किया जाए। सभी भूविस्थापित.प्रभावित बेरोजगारों और महिलाओं को कौशल प्रशिक्षण व स्वरोजगार देने, पूर्व में फंक्शनल डायरेक्टर्स में लिए गए निर्णय के अनुसार भूविस्थापित परिवारों को ठेकाकर्मी बनाकर शोषण बंद करने, स्टार एक्स कंपनी व केएनएस कंपनी का शोषण बंद करने सहित एम्बुलेंस व स्कूल बस की सुविधा तत्काल बहाल करने सहित अन्य मांगे शामिल हैं।

भू-विस्थापित इस तरह करेंगे चरणबद्ध आंदोलन:-भू.विस्थापितों ने चेतावनी दी है कि 31 अक्टूबर पाली से सराईपाली परियोजना तक रैली और कार्यालय का घेराव कर ज्ञापन दिया जाएगा। 7 नवंबर को क्षेत्रीय मुख्यालय कोरबा का घेराव और धरना-प्रदर्शनए 14 नवंबर को सरायपाली खदान बंद कराई जाएगी, 21 नवंबर को खदान में अनिश्चितकालीन आंदोलन की चेतावनी दी है।

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