नवविवाहिता की हत्या कर आत्महत्या का रूप देने का प्रयास.. हत्यारा पत्रकार पति, वकील दम्पति ननंद, नंदोई व नाबालिक भांजी गिरफ्तार
शादी व बच्चा होने के बाद भी 14 वर्षो से अपने मायके में ही रह रही थी हत्यारीन ननंद
पुलिस के कड़ाई से पूछताछ करने पर टूटे हत्यारे, 15 अक्टूबर को हुई थी वारदात
बिलासपुर। नवविवाहिता का रस्सी से गला घोंट कर हत्या करने के बाद घटना को आत्महत्या का रूप देने एवं बाथरूम के फर्श में गिरकर चोट लगने से मृत्यु होने का रूप देने का प्रयास करने वाले हत्यारे पत्रकार पति, वकील दम्पति ननंद, नंदोई व नाबालिक भांजी को गिरफ्तार कर लिया गया। सभी आरोपी पुलिस को गुमराह कर रहे थे। प्राप्त जानकारी अनुसार मायके में रहकर मृतिका के उपर हुकुम चलाती थी हत्यारिन ननंद। बात बात पर विवाद होते रहता था। रोज रोज के झगड़े से छूटकारा पाने हत्या की साजिश रची गई जिसके बाद 05 साल की बच्ची के सर से मां का साया उठ गया।
आरोपियों में भूपेश ओझा पिता कांति कुमार ओझा उम्र 43 वर्ष, कीर्ति मिश्रा पति मनु कुमार मिश्रा उम्र 48 वर्ष, मनु कुमार मिश्रा पिता स्व. शिव कुमार मिश्रा उम्र 49 व उनकी 4 वर्ष कज नाबालिक बेटी शामिल है। सभी रामायण चौक मेलापारा रोड थांटीडीह थाना सरकंडा जिला बिलासपुर के निवासी है। बताया जा रहा है मुख्य आरोपी भूपेश ओझा प्रेस क्लब बिलासपुर का सह सचिव है।
वारदात के बाद अपोलो अस्पताल बिलासपुर से मृतिका प्रीति ओझा के अस्पताल मेमो पर थाना सरकंडा में मर्ग कायम कर जांच पंचनामा कार्यवाही में लिया गया। मृतिका नवविवाहिता होने से कार्यपालिक मजिस्टेट के द्वारा मर्ग जांच शव पंचनामा कार्यवाही किया जाकर मृतिका के शव का सिम्स अस्पताल बिलासपुर के डॉक्टरों के टीम द्वारा पीएम कराया गया। पी एम रिपोर्ट में मृतिका की मृत्यु रस्सी से गला घोंट कर हत्या करना लेख होने से व सम्पूर्ण मर्ग जांच में मृतिका के पति भूपेश ओझा, ननंद कीर्ति मिश्रा, नंदोई भाई मनु मिश्रा एवं नबालिक भांजी के संदेहास्पद कथन एवं बार बार अपने कथन बदलने तथा घटना स्थल से प्राप्त साक्ष्यों के आधार पर आरोपियों के द्वारा मृतिका को अपराधिक षडयंत्र कर रस्सी से गला घोंट कर हत्या करना तथा साक्ष्य को छुपाने का कृत्य करना पाये जाने पर आरोपीयों के विरूद्ध अपराध धारा 302,120बी, 201 भादवि के तहत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
मामले की गंभीरता को देखते हुये वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से तत्काल आरोपियों का पता तलाश कर धरपकड करने के निर्देश प्राप्त हुए। जिसके परिपालन में थाना प्रभारी सरकंडा उत्तम साहू के नेतृत्व में टीम तैयार कर पता तलाश में जुट गई। टीम द्वारा लगातार पता तलाश कर आरोपियों को अभिरक्षा में लेकर पूछताछ करने पर मृतिका के पति द्वारा जुर्म स्वीकार करते हुये बताया कि उसकी बहन कीर्ति अपने पति एवं बेटी के साथ अपने ससुराल में न रहकर हमारे उनके ही घर में रहते थे। घर में हर चीज में बहन का हस्तक्षेप होता था। मेरी शादी 2016 में हुई एवं 2017 में मेरी बच्ची हुई। घर के हर काम में बहन किर्ती का हस्तक्षेप होने से मेरी पत्नि क्षुब्ध रहती थी। किसी न किसी बात को लेकर मेरी बहन, जीजा और भांजी मेरी पत्नि से लड़ाई झगड़ा करते थे। इस बात को मेरी पत्नि अपने मायके वालों को बताती थी जिसे मना करने पर हमेशा मेरी पत्नी से विवाद होता था।
दिनांक 15.10.2022 को हम चारों ने मिलकर यह प्लान बनाया कि रोज रोज झगडा विवाद होने से अच्छा है कि प्रिती को खत्म कर देते हैं। फिर हम लोगों ने मिलकर उसके हाथ पैर को पकड़कर गला घोट दिया। उसके बाद उसके मृत शरीर को घर के पीछे बने बाथरूम में लाकर रख दिये। फिर मनगढंत कहानी बनाकर जीजा मनु मिश्रा, बहन कीर्ति मिश्रा और मैं मिलकर उसके शव को बाहर लाये और बरामदे में तखत पर लेटा कर कैची से उसके गले में लपटे रस्सी को काटे और मार्क अस्पताल लेकर गये जहां बाथरूम में गिर कर बेहोश होना बताये। डॉक्टर ने परीक्षण करने के उपरांत अपोलो अस्पताल भेज दिया जहां डॉक्टर ने प्रिती को चेक कर मृत घोषित कर दिया। आरोपीयों से कड़ाई से पुछताछ करने पर उन्होने अपना जुर्म स्वीकार किया। आरोपी के निशानदेही पर कटी हई रस्सी व कैची को जप्त कर कब्जा पुलिस लिया गया तथा आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय पेश किया गया।
प्रकरण की संपूर्ण कार्यवाही में थाना प्रभारी निरी. उत्तम साहू, उप.निरी. सत्य नारायण देवांगन, राज सिंह, स.उ.नि. दिनेश तिवारी, स.उ.नि. देवेन्द्र तिवारी, दिलीप प्रभाकर, नरेश गर्ग, म.प्र.आर. सुनिता अगले प्रचार प्रमोद सिंह, आर. अविनाश कश्यप, आनंद मरकाम की अहम भूमिका रही।