गजराजों ने घरों तथा मवेशियों को बनाया निशाना, ग्रामीणों में दहशत
कोरबा 29 सितम्बर। कटघोरा वनमण्डल के पसान रेंज में हाथियों द्वारा ग्रामीणों के घरों तथा मवेशियों को भी अपना निशाना बनाया जा रहा है। फसल को नुकसान पहुंचाने के साथ कई तरह से हाथियों की हरकतें ग्रामीणों की परेशानी का सबब बनी हुई है। हालात ऐसे हो गए हैं कि जलके इलाके के ग्रामीण घर के भीतर नहीं सो पा रहे हैं। बल्कि उनके सामने छत पर रात गुजारने की मजबूरी है।
जिला मुख्यालय से लगभग 90 किमी दूर ग्राम जलके में इस समय लगभग 25 हांथीयों का दल 4 दिनों से अपना डेरा बनाये हुए हैं। हांथीयों का दल इस समय माँझाबहरा में उत्पात मचा रहे हैं। वे खेत की फसलों के अलावा मवेशियों को अपना शिकार बना रहे हैं। बीती रात शंकर सिंह पिता बुधराम गोड़ नामक एक ग्रामीण के घर में बंधे बैल को मौत के घाट उतार दिया व खेत में लगे मक्के की फसल को पूरी तरह चौपट कर दिया है। कोरबा जिले का सीमावर्ती पसान क्षेत्र हाथियों के आतंक से दहशत में है। यह इलाका तीन तरफ से हाथियों से घिर गया है। वन विभाग की उपेक्षा के कारण ग्रामीण अब खुद की अपनी सुरक्षा का जिम्मा उठा चुके हैं। वहीं इस दौरान ग्रामीण हाथियों के आतंक से बचने खुद ही मशाल और पटाखे का उपयोग कर रहे हैं।
इस संबंध में वन विभाग के अधिकारियों की उपेक्षा से ग्रामीणों में काफी नराजगी देखने को मिली। लोग हांथीयों के आतंक से डर के साये में रतजगा करने को मजबूर हैं। वहीं लोग सरकारी स्कूलों की छत व पक्के मकान की छत का सहारा लेकर रात गुजार रहे हैं। भुकभुकी पहुंचे 21 हाथी उधर केंदई रेंज में घूम रहे 21 हाथियों का दल भुकभुकी पहुंच गया है। इस दल ने भी उत्पात मचाते हुए आधा दर्जन ग्रामीणों के फसल को रौंद दिया है, जिससे उन्हें हजारों रूपए का नुकसान उठाना पड़ा है।