कोरबा 5 अगस्त। प्राकृतिक सम्पदा को सम्पुष्ट करने व पर्यावरण संरक्षण करने के लिये 4 अगस्त को आयुर्वेद आचार्य बालकृष्ण के जन्मदिवस को जड़ी बूटी दिवस के रूप में मनाते हुए संजय कूर्मवंसी प्रदेश संवाद प्रभारी छत्तीसगढ़ युवा भारत के मुख्य आतिथ्य में, लायन नंद किशोर अग्रवाल रीजन चेयर पर्सन रीजन 4 डिस्ट्रिक्ट 3233 सी की अध्यक्षता में एवं लायन कामायनी दुबे जोन 10 डिस्ट्रिक्ट 3233 सी के विशिष्ट आतिथ्य में पतंजलि चिकित्सालय निहारिका कोरबा एवं लायंस क्लब कोरबा एवरेस्ट के संयुक्त तत्वाधान में 5000 से अधिक औषधिय पौधों का निरूशुल्क वितरण पतंजलि चिकित्सालय निहारिका में किया गया।

सर्वप्रथम सभी अतिथियों ने भारत माता एवं आयुर्वेद प्रवर्तक भगवान धन्वन्तरी जी के तैल्य चित्र पर माल्यार्पण कर एवं आचार्य बालकृष्ण तथा स्वामी रामदेव के तैल्य चित्र पर तिलक कर उनके समक्ष दीप प्रज्ज्वलन कर कार्यक्रम का स्वागत के पश्चात जड़ी बूटी दिवस के उद्देश्य के बारे मे बताते हुये पतंजलि योगपीठ हरिद्वार के आजीवन सदस्य डॉ. नागेंद्र नारायण शर्मा ने पहला सुख निरोगी काया को बताते हुये औषधीय पौधों की उपयोगिता बताते हुए गिलोय ,नीम, तुलसी, एलोवेरा एवं आंवले को धरती के पांच अमृत बताते हुए कहा की इनका दैनिक जीवन में नित्य उपयोग करने वाले व्यक्ति कभी भी रोगी नही होता। अध्यक्षीय उद्बोधन देते हुए जड़ी बूटी दिवस समारोह की अध्यक्षता कर रहे लायन नंदकिशोर अग्रवाल ने कहा की पतंजलि चिकित्सालय द्वारा किया जा रहा इस तरह का कार्य अत्यंत सराहनीय, जनोपयोगी एवं प्रशंसनीय है । विशिष्ट अतिथि लायन कामायनी दुबे ने कार्यक्रम की उन्मुक्त कंठ से प्रसंशा करते हुए आयोजको को साधुवाद देते हुए आयोजन की सराहना की। अंत मे मुख्य अतिथि संजय कूर्मवंसी ने स्वयं पर गिलोय नामक औषधि के प्रयोग से हुए लाभ का अनुभव बताते हुए गिलोय को धरती का अमृत बताया साथ ही उन्होंने उपस्थित जन समुदाय को इसके नित्य उपयोग करने की सलाह भी दी । साथ ही उन्होंने पतंजलि चिकित्सालय के संचालक डॉ.नागेन्द्र शर्मा के नेतृत्व में आयोजित इस जड़ी बूटी समारोह में निरूशुल्क औषधिय पौधों के निशुल्क वितरण के कार्य को परोपकारी एवम पुण्यकारी बताते हुए उन्हें इस पुण्य कार्य में बुलाने के लिए आभार प्रकट करते हुए उनके हर कार्यक्रम में यथायोग्य सहयोग प्रदान करने की बात कही । उसके पश्चात अतिथियों ने अपने हांथों से भी आयोजक परिवार के साथ मिलकर औषधीय पौधों का वितरण जन समुदाय में किया। औषधीय पौधों में गिलोय, तुलसी, नीम, एलोवेरा आंवला, गुडमार, स्टीविया, हडजोड, पत्थरचट्टा, लाजवंती, ब्राह्मी, जटामांसी, पपीता, अमरुद,लज्जालु, करंज, पुनर्नवा, बेल, सर्पगंधा, चिरायता एवं पारिजात के अलावा 35 प्रकार के उपयोगी पौधों का वितरण कर उनके प्रयोग विधि एवं लाभ के बारे में जानकारी भी पतंजलि योगपीठ हरिद्वार से प्रशिक्षित वैद्य डॉ.नागेन्द्र शर्मा द्वारा नि:शुल्क प्रदान की गई।

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